निंरकारी मिशन के प्रमुख बाबा हरदेव सिंह की छोटी बेटी सुदीक्षा उनकी उत्तराधिकारी बनने जा रही हैं. बाबा हरदेव का 13 मई को कनाडा में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था. इस कार हादसे में सुदीक्षा के पति की भी मौत हो गई थी.
सुदीक्षा के उत्तराधिकारी बनने की जानकारी सूत्रों से मिली है. अगर सुदीक्षा निरंकारी मिशन की कमान संभालती हैं तो पहली बार इस पद पर कोई महिला आएगी.
पहले से लगाए जा रहे थे कयास
बाबा हरदेव के निधन के बाद देश-दुनिया में मौजूद उनके तमाम भक्त शोक में डूबे हुए थे. इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी बेटियों में से ही किसी एक को निरंकारी मिशन का उत्तराधिकारी बनाया जा सकता है.
क्या है निरंकारी समुदाय?
निरंकारी समुदाय की उत्पत्ति पंजाब के उत्तर-पश्चिम में बसे रावलपिंडी से हुई जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है. इस समुदाय की स्थापना सहजधारी सिख बाबा दयाल सिंह और एक स्वर्ण व्यापारी ने की थी. ब्रिटिश राज में हालांकि इस समुदाय को दरकिनार कर दिया गया. बाद में 1929 में संत निरंकारी मिशन की स्थापना हुई. आज की तारीख में इस समुदाय के करोड़ों अनुयायी भारत से लेकर विदेशों में फैले हैं.