मिर्जापुर। प्रमुख सचिव रेशम उ.प्र. शासन ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा है कि किसी भी कार्य में संसाधन की नहीं अपितु इच्छाशक्ति की कमी है। उन्होंने अधिकारी के अंदर यदि कार्य करने की इच्छाशक्ति है तो संसाधन की कमी महसूस नहीं होगी। प्रमुख सचिव नवतेज सिंह गुरूवार को विकास भवन के सभागार में जनपद में विभिन्न विभागों के तहत निर्माणाधीन परियोजनाआं के प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। निर्माणाधीन मण्डलीय अस्पताल की समीक्षा के सम्बंध में कहा कि पिछली बार सत्यापन, निरीक्षण किया गया था उसमें बताएॅ गये कमियों को दूर न किये जाने तथा मात्रा पांच प्रतिशत काम रोके जाने से नाराज प्रमुख सचिव ने प्रोजेक्ट मैनेजर, उ.प्र. राजकीय निर्माण निगम को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया तथा कहा कि तत्काल कार्य पूरा किया जाए। इसी प्रकार मण्डलीय ड्रग हाउस में निरीक्षण के दौरान घटिया ईओ को निकालने का निर्देश दिया गया था, परन्तु कार्यदायी संस्था द्वारा उसी पर प्लास्टर कर पोती कर दिया गया जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी से कहा गया कि प्लास्टर तोड़वा कर ईट बदलवाएॅ तथा सम्बंधित पर कड़ी कार्यवाही करें। रेलवे ब्रिज जिगना के निर्माण को दो काश्तकारो द्वारा रोके जाने से उन्हें बुलाकर वार्ता करने का निर्देश एडीएम को दिया। प्रमुख सचिव ने कहा कि राजकीय निर्माण के सभी जांच कराया जाए। बैठक में सड़क, आईटीआई भवन, पीएसी आवास सहित सभी परियोजनाओं की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी राजेश कुमार सिंह ने धन्यवाद देते हुए आश्वस्त किया कि दिये गये निर्देशों का अक्षरशः पालन कराया जायेगा। इस दौरान सीडीओ विवेक पाण्डेय, सीएमओ, डीएपफओ सहित सभी अधिकारी उपस्थित रहे।