पर्यावरण शोधार्थियों के लिए कलाम से प्रेरित फेलोशिप
दस्तक टाइम्स/एजेंसी :
नई दिल्ली: पर्यावरण मंत्रालय पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के क्षेत्र में काम करने वाले युवा वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर एक पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च फेलोशिप शुरू करेगा। एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि नए फेलोशिप कार्यक्रम और वर्तमान में चल रहे राष्ट्रीय पर्यावरण विज्ञान फेलो कार्यक्रम का मुख्य जोर पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के क्षेत्र में काम करने वाले युवा वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करना है ताकि देश के स्थापित वैज्ञानिकों के तहत अच्छी गुणवत्ता का वैज्ञानिक शोध हो सके।
इस कार्यक्रम की घोषणा डॉ कलाम के 85वें जन्म दिवस के मौके पर की गई। यह देश में पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के क्षेत्र में काम कर रहे युवा वैज्ञानिकों तथा जिन्होंने संबद्ध क्षेत्रों में अपनी पीएचडी पूरी कर ली है या पूरी करने वाले हैं, उनके प्रति लक्षित है। आवेदकों की उम्र 35 साल से कम होनी चाहिए। फेलो के चयन के लिए आर ए माशेलकर की अध्यक्षता वाली विशेषग्यों की एक समिति गठित किए जाने का प्रस्ताव है। मंत्रालय ने कहा है कि जनता के राष्ट्रपति कलाम भारत को एक वैश्विक शक्ति में तब्दील करने के लिए युवाओं की क्षमता में यकीन रखते थे। बयान में कहा गया है कि उनका यह भी मानना था कि विग्यान एवं प्रौद्योगिकी देश के समक्ष चुनौतियों का हल पेश करेगा।