पिता के वजूद को दर्शाता है मोहम्मद वकील का म्यूज़िक सिंगल
मुम्बई : आज की भागती—दौड़ती जिंदगी में ऐसा संगीत गुम होता जा रहा है, जो रूह से जुड़ा हुआ हो। जो दिल को सुकून दे, ठहराव दे। संगीत को साधना मानने वाले गायकों से भी ऐसे गीत गवाए जा रहे हैं, जिनमें सिर्फ मस्ती और धमाल हो। वीरज़ारा का गीत आया तेरे दर पर गाकर इन्होंने दिखा दिया कि वह किस तरह के गीत श्रोताओं को सुनाने आए हैं। मोहम्मद वकील जयपुर घराने से हैं और संगीत उन्हें अपने परिवार से विरासत में मिला है। मोहम्मद वकील कई साल पहले सारेगामा जीत चुके हैं। अब तक इनके दस एलबम आ चुके हैं। इनका हाल ही में आया म्यूज़िक सिंगल ‘वजूद’ इन दिनों चर्चाओं में है जिसे ज़ी म्यूजिक ने रिलीज़ किया है। इस गीत में एक बाप और बेटे के रिश्ते को दिखाया गया है कि किस कठिनाइयों से एक बाप अपने बेटे को पालता है और बेटा बड़ा होकर उनको वृद्ध आश्रम छोड़ आता है। मोहम्मद वकील कहते हैं कि अब तक हम यही देखते आए हैं कि मां को अहमियत ज्यादा दी जाती है जबकि पिता की तरफ बच्चे ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते। मैंने सोचा कि अब पिता के लिए एलबम तैयार करूं और उनका हमारी जि़ंदगी में कितना महत्व है, उसके बारे में अपने गीत के माध्यम से कुछ कह सकूं। मुझे विश्वास है कि मेरे इस गीत को सुनकर बच्चों के मन में अपने पिता के प्रति सम्मान पैदा होगा। शकील आज़मी ने दिल को छूने वाला गीत लिखा है। इस गीत को हमने जयपुर में शूट किया है। अकबर खान ने इसमें अभिनय किया है और निर्देशन भी उनका ही है।