प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के भाजपा विधायकों के रवैये से नाखुश हैं। हाल में प्रधानमंत्री की नमो एप के जरिये सांसदों व विधायकों से मन की बात कार्यक्रम की रिपोर्ट के आधार पर भाजपा की ग्राम स्वराज अभियान की गढ़वाल संभाग की समीक्षा बैठक में यह बात कही गई। लिहाजा विधायकों से कहा गया कि वे नमो एप को न सिर्फ गंभीरता से लें, बल्कि इसमें अपने सुझाव भी साझा करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अप्रैल को देशभर के भाजपा सांसदों व विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की। इस दौरान उत्तराखंड के भाजपा विधायकों से भी बात होनी थी, लेकिन यह नहीं हो पाई। सूत्रों के अनुसार भाजपा की ग्राम स्वराज अभियान की समीक्षा बैठक में भी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह मसला उठाया।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने साफ किया कि विधायकों व सांसदों से संवाद की पूरी रिपोर्ट पीएम कार्यालय से मिली है। इसमें उल्लेख है कि जब प्रधानमंत्री से बात करने के लिए विधायकों को फोन मिलाया गया तो कुछ ने फोन नहीं उठाया, जबकि कुछ ने व्यस्तता की बात कही।