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पीडीपी ने समीक्षा की बात कहकर भाजपा को चौंकाया

Mehbooba Mufti, president of People's Democratic Party (PDP), Kashmir's main opposition party, speaks after police stopped her protest march in Srinagar October 5, 2011. REUTERS/Fayaz Kabli/Files
Mehbooba Mufti, president of People’s Democratic Party (PDP), Kashmir’s main opposition party, speaks after police stopped her protest march in Srinagar October 5, 2011. REUTERS/Fayaz Kabli/Files

उम्मीद के विपरीत बुधवार को भी सरकार गठन की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई। उलटे ताजा घटनाक्रम से सरकार बनने में अभी और वक्त लगता नजर आ रहा है। भाजपा और पीडीपी की ओर से जो बयान आ रहे हैं उनसे यही लगता है कि नयी सरकार बनने में वक्त लग सकता है।

मुफ्ती सरकार में शिक्षा मंत्री रहे नईम अख्तर ने मुफ्ती सरकार के कार्यकाल के कार्यों और मोदी की ओर से रियासत में शांति स्थापना की दिशा में उठाए गए कदमों की पीडीपी द्वारा समीक्षा किए जाने की बात कहकर सबको चौंका दिया है।

नईम ने कहा कि पीडीपी ने गठबंधन सरकार के 10 महीने के कार्यकाल के दौरान हुए कार्यों की समीक्षा का फैसला किया है। पार्टी इसका मूल्यांकन करेगी कि मुफ्ती के विजन की कहां तक पूर्ति हो पाई है।

मुफ्ती साहब का आधुनिक राज्य बनाने का विजन था। पार्टी महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में इस बात की समीक्षा की जरूरत महसूस कर रही है कि मुफ्ती साहब के विजन को पूरा करने में अब तक कितने सफल हो पाए हैं।

उन्होंने कहा कि मुफ्ती जम्मू कश्मीर को अमन की जन्नत बनाना चाहते थे। पार्टी इस बात का मूल्यांकन करेगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन्हें पूरे देश में जबर्दस्त जनसमर्थन मिला, उन्होंने इस संबंध में कोई निर्णय लिया है कि नहीं।

इस बात को ध्यान में रखते हुए बदली हुई परिस्थितियों में पार्टी इस बात की भी समीक्षा करेगी कि हमारे मंत्रियों ने गवर्नेंस के एजेंडे को सुचारु रूप से पूरा किया है या नहीं। हमारे गर्वनेंस का एजेंडा स्मार्ट सिटी बनाना, पावर प्रोजेक्ट को वापस लाना तथा अन्य विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स रहे हैं।

हम गर्वनेंस के एजेंडे की भी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि पीडीपी का मुख्य उद्देश्य सत्ता में बने रहना नहीं, बल्कि जम्मू कश्मीर के लोगों के अधिकारों तथा उम्मीदों पर खरा उतरना है। उन्होंने इससे पहले दिन में कहा कि सरकार गठन पर फिलहाल कोई औपचारिक बातचीत नहीं शुरू हुई है।

इस प्रक्रिया में अपेक्षा से अधिक वक्त लग सकता है। इस पर कोई फैसला तभी लिया जा सकता है जब एक बार बातचीत शुरू हो जाए। उन्होंने भाजपा से गठबंधन जारी रखने या अन्य किसी विकल्प की तलाश संबंधी सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

 

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