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प्रकाश जावेड़कर, वसुन्धरा राजे सहित कई नेताओं ने राहुल के गोत्र पर उठाये सवाल, “दादा पारसी थे, तो गोत्र ‘दत्तात्रेय’ कैसे हुआ”

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र पर उठे सियासी बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि राहुल के गोत्र के बारे में बीजेपी ने नहीं पूछा उन्होंने स्वयं राजनीतिक फायदे के लिए अपने गोत्र का प्रचार किया। लेकिन सोशल मीडिया पर जब लोगों ने सवाल पूछना शुरू किया तब उनका दांव उल्टा पड़ गया। पंचायत आजतक के महामंच के दूसरे सत्र ‘विकास दिलाएगा वोट!’ में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए गोत्र सार्वजनिक किया। उन्होंने अखबारों में छपवाने के लिए इसका प्रचार किया, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाने शुरू किए कि जब उनके दादा पारसी थे तब उनका गोत्र दत्तात्रेय कैसे हुआ। तब उनका दांव उलटा पड़ गया। जावडेकर ने स्पष्ट किया कि सवाल वे नहीं उठा रहे हैं सोशल मीडिया पर लोग उठा रहे हैं।

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र का ‘इटली कनेक्शन’ निकाला है। राहुल गांधी की माता और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के इटली कनेक्शन को लेकर चुटकी ली गई है। यूपी भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने राहुल गांधी के गोत्र को नया नाम ‘गोत्र इट्लस’ दिया है। राजस्थान के पुष्कर के एक पुजारी ने हालही में दावा किया था कि राहुल गांधी ने पूजा के दौरान उन्हें बताया है कि उनका गोत्र ‘दत्तात्रेय’ है जो कि कश्मीरी ब्राह्मण होते हैं। इस पर भाजपा के कुछ नेताओं ने उनके ‘दावे’ को चुनौती दी और कहा कि राहुल गांधी के दादा पारसी थे, हिंदू नहीं, उनका यह गोत्र नहीं हो सकता। यूपी के गोरखपुर में पांडे ने कहा कि पारंपरिक पुरुष वंशावली के मुताबिक राहुल गांधी का कोई ‘गोत्र’ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम उनकी माता के मुताबिक गोत्र लेते हैं तो यह इट्लस होना चाहिए।’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिरों में दर्शन करने पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पूछा कि राहुल के जीवन का सबसे बड़ा दिन क्या था? फिर उन्होंने खुद जवाब देते हुए कहा कि जब वे कांग्रेस के अध्यक्ष बने, लेकिन क्या किसी ने देखा कि उस दिन वे मंदिर गए? जावडेकर ने दावा किया कि उन्होंने पता किया है कि राहुल गांधी अपने अध्यक्ष बनने पर मंदिर नहीं गए। लिहाजा उनकी मंदिर और धर्म में आस्था नहीं है। यह महज चुनावी परिक्रमा है। कांग्रेस पार्टी के इस तर्क पर कि पहले भी पार्टी अध्यक्ष मंदिर जाते रहे हैं पर बोलते हुए प्रकाश जावडेकर ने कहा कि इंदिरा जी और राजीव जी की बात अलग थी, लेकिन राहुल गांधी अलग हैं और अलग होना भी चाहिए। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने भी हालही में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘पुष्कर के सरोवर पर राहुल गांधी ने अपना गोत्र नहीं बताया बल्कि जो गोत्र बताया वह तो ‘नेहरूजी’ का गोत्र है।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तो अपने दादा और पिता का गोत्र बताना चाहिए था। राजे ने कहा था, ‘मंदिर जाने का मजाक उड़ाने वाले लोग आज मंदिर-मंदिर जाने लगे हैं। वोटों के लालच में अब वे गोत्र भी बताने लगे हैं।’ राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में पूजा के दौरान बताया कि वह कौल ब्राह्मण हैं और उनका गोत्र दत्तात्रेय है। दरअसल देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र से थे, इसके बाद की वंशावली में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भी जाति कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र दर्ज है। महेंद्र नाथ पांडे ने गुरूवार को कहा कि भाजपा राम मंदिर निर्माण का समर्थन करती है। उन्होंने कहा, ‘हम अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन करते हैं। 1989 में हिमाचल प्रदेश में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव लाया गया था और हम अब भी उस पर कायम हैं। मामला अदालत में है। हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे पक्ष में आयेगा और राम मंदिर का निर्माण हर हाल में होगा।” उन्होंने कहा कि पार्टी ने कभी भी राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ा, विकास ही हमारा मुख्य मुद्दा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भगवान हनुमान के बारे में दिये गये बयान पर पांडे ने कहा कि इस बयान को व्यापक संदर्भ में देखना चाहिये, लेकिन इसे बहुत ही छोटे संदर्भ में देखा गया। मुख्यमंत्री ने हनुमान का जिक्र इस संदर्भ में किया था कि वह रामायण में सबको एक साथ लाने में लगे रहे लेकिन जो लोग गोत्र के बारे में फिक्रमंद रहते है वह इसमें जाति और गोत्र ढूंढने लगे।

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