प्रधानमंत्री मोदी का गरीब परिवारों को तोहफा, ‘आयुष्मान भारत’ की शुरुआत
रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रांची में बटन दबाकर आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने पांच लाभुकों को गोल्डेन कार्ड सौंपे। नागपुरी भाषा में प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू होते ही मोदी-मोदी के नारे लगे।
मोदी ने कहा कि गरीबों की सेवा की इससे बड़ी कोई योजना नहीं है। दरिद्र नारायण की सेवा का महा अवसर है। इस योजना से 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। मोदी ने कहा कि भगवान से प्रार्थना है कि कोई गरीब बीमार न हो, उस पर कोई मुसीबत न आए। मुसीबत आती भी है तो आयुष्मान भारत आपके चरणों में है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बेहतर इलाज कुछ लोगों तक ही सीमित न रहे, देश में सभी को बेहतर इलाज मिले इसीलिए आयुष्मान योजना पेश की। इससे पहले राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, सीएम रघुवर दास समेत झारखंड सरकार के कई मंत्रियों ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके बाद मोदी सभास्थल पर पहुंचे। यहां पीएम ने आयुष्मान भारत से संबंधित प्रदर्शनी का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी में डिजिटल वॉल में योजना की तैयारियों को देखा। योजना में कैसे फर्जीवाड़ा पर रोक लगेगी, आरोग्य मित्र कैसे लाभुकों की मदद करेंगे, राज्यों द्वारा एमओयू का स्टेटस आदि देखा। पीएम ने आंगनबाड़ी सहायिकाओं व सेविकाओं से बातचीत की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कोडरमा, चाईबासा मेडिकल कॉलेज का ऑनलाइन शिलान्यास किया। 2020 तक दोनों मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने 10 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का ऑनलाइन शुभारंभ किया। मोदी को सुनने के लिए प्रभात तारा मैदान में भारी भीड़ पहुंची। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू व सीएम रघुवर दास ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। वहीँ सीएम रघुवर ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर प्रधानमंत्री का स्वागत है। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के लिए सौभाग्य की बात है कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना का शुभारंभ झारखंड की धरती से हो रहा है। इसके लिए राज्य की जनता की ओर से प्रधानमंत्री का आभार। साढ़े तीन साल में 32 लाख से अधिक नौकरियां दी गईं झारखंड में। एक लाख सरकारी नौकरियां। कौशल विकास के माध्यम से और मोमेंटम झारखंड के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार की बाढ़ आई है। मोदी सरकार ने किसानों का भला करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया। महिलाओं को सशक्त किया जा रहा। एक रुपया में मकान और जमीन की रजिस्ट्री हाे रही है। इसका लाभ उठाकर झारखंड में एक लाख से अधिक महिलाएं मकान की मालकिन बनीं। सहियाओं का मानदेय बढ़ा है। 70 साल से पिछड़ाें की किसी ने सुध नहीं ली। पिछड़ा आयोग का गठन करने के लिए मोदी सरकार को आभार। लाल किले से भगवान बिरसा मुंडा को याद किया गया आजाद भारत में पहली बार। इसके लिए झारखंड की जनता प्रधानमंत्री मोदी की ऋणी है। प्रधानमंत्री मोदी का यह सातवां झारखंड दौरा है। यह बताता है कि वह झारखंड से कितना प्यार करते हैं। उन्होंने इस राज्य को कई सौगातें दी हैं। आज झारखंड से नक्सलवाद खत्म होने की ओर है। इसके लिए केंद्रीय बलों का बहुत ही धन्यवाद। विपक्ष को समझ में नहीं आ रहा कि कैसे केंद्र व राज्य सरकार का मुकाबला करें। वह महागठबंधन के नाम पर ठगबंधन बना रहे। देश को गर्व है कि मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं। राज्य की सरकार भी बेदाग है। राज्य की जनता प्रधानमंत्री को यह भरोसा दिलाती है कि हम उनके नेतृत्व में विकास पथ पर आगे बढ़ते जाएंगे। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबी छलांग है। पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। उनके मुताबिक, गोल्डन कार्ड से मुफ्त इलाज होगा। आपात स्थिति में पास में कार्ड नहीं होने पर अंगूठा लगाकर इलाज करा सकेंगे। यह योजना पेपरलेस, कैशलेस होगी। देश में कहीं भी मरीज इलाज करा सकता है। पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है कि कैसे इतनी बड़ी योजना का शुभारंभ हो रहा है, कैसे यह चलेगी। लाभार्थी का मुफ्त इलाज होगा। एक दम मुफ्त। उसका मुफ्त आॅपरेशन होगा, फ्री दवाई मिलेगी। प्रयास है जमीनी स्तर पर अंतिम व्यक्ति को यह लाभ मिले। 98 मेडिकल कॉलेज देश में खोले जा रहे। झारखंड में पांच मेडिकल कॉलेज दिए जा रहे। कोडरमा और चाईबासा मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास आज पीएम करेंगे। हरेक मेडिकल कॉलेज के लिए 250 करोड़ देगी भारत सरकार। देवघर में एम्स का काम शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हो रहा है। राज्य के अभी जिलों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। बसों की संख्या 200 के करीब है, चार पहिया वाहन भी बहुतायत में हैं। प्रभात तारा मैदान में पारा शिक्षक, संयोजिका, रसोइया आदि भी दिख रहे हैं। स्थानीय कलाकार भी हैं। स्टेडियम पूरी तरह से भर गया है। अनुमान के मुताबिक, एक लाख से अधिक लोग पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना का शुभारंभ किया। इसके तहत देश के 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये तक के मुफ्त और कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। दिल्ली, ओडिशा और तेलंगाना को छोड़कर सभी राज्य इस योजना में शामिल हो गए हैं। देश की लगभग 40 फीसदी आबादी को लाभांवित करने वाली यह योजना अगले लोकसभा में गेमचेंजर साबित हो सकती है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस योजना के तहत आने वाले गरीब परिवार के सदस्यों को पांच लाख रुपये तक के इलाज के लिए कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा। योजना से जुड़े सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में आयुष्मान मित्र की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही इस योजना में आने वाले परिवारों को प्रधानमंत्री की ओर से पत्र भेजा जा रहा है। जिसमें पूरे परिवार को सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की जानकारी दी गई है। इसके साथ ही लाभार्थियों का पूरा ब्यौरा एक आइटी प्लेटफार्म भी उपलब्ध करा दिया गया है। बीमारी की स्थिति में गरीब आदमी के अस्पताल पहुंचने के बाद आयुष्मान मित्र आनलाइन प्लेटफार्म से उसकी जांच करेगा और अस्पताल को इसके बारे में जानकारी दे देगा। अस्पताल गरीब आदमी से कोई पैसा नहीं लेगा और उसका बिल्कुल मुफ्त इलाज किया जाएगा। इलाज के बाद उसे घर तक पहुंचाने का खर्च भी इस योजना के तहत वहन किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तेलंगाना, ओडिशा और दिल्ली को छोड़कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश इस योजना में शामिल हो गए हैं। पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों में इस योजना पर आने खर्च का 90 फीसदी केंद्र सरकार वहन करेगी, जबकि बाकि राज्यों में 60 फीसदी योगदान केंद्र सरकार का होगा। योजना के लाभार्थियों की मदद के लिए सरकार ने बेवसाइट के साथ-साथ टॉल-फ्री नंबर भी जारी किया है। इस योजना के तहत गरीब लोगों की पुरानी-से-पुरानी बीमारियों का इलाज किया जाएगा। सरकार ने इलाज के लिए विभिन्न बीमारियों के 1354 पैकेज तैयार किया है। बीमारी के बाद अस्पतालों को इसी के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा। इनमें बाइपास सर्जरी से लेकर घुटना प्रत्यारोपण तक कई बीमारियां शामिल हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस साल बजट में आयुष्मान भारत की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना इसका हिस्सा है। इसके अलावा आयुष्मान भारत के तहत पूरे देश में 1.5 लाख आरोग्य केंद्र भी खोले जा रहे हैं।दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ का आगाज रांची हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में बटन दबाकर देश के 55 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य गारंटी देने वाली इस योजना का शुभारंभ किया। इस योजना से देश के 10.74 करोड़ तथा झारखंड के 57 लाख परिवार लाभान्वित होंगे।
राज्य के 57 लाख परिवार (कुल आबादी का 85 फीसद) स्वास्थ्य सुरक्षा के दायरे में आ आए हैं। ये परिवार ऐसे हैं, जो खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में आते हैं। लाभुक परिवार देशभर के किसी भी सूचीबद्ध अस्पतालों में एक साल तक पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज करा सकेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर कोडरमा व चाईबासा में केंद्र के सहयोग से ही खुलनेवाले मेडिकल कॉलेज का ऑनलाइन शिलान्यास भी किया। मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के दूसरे कंपोनेंट के रूप में शामिल राज्य के दस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का भी ऑनलाइन शुभारंभ किया। इनमें रांची के छह तथा बोकारो और पूर्वी सिंहभूम के चार स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। पूरी तरह डिजिटल, कैशलेस व पेपरलेस योजना यह योजना पूरी तरह डिजिटल, कैशलेस व पेपरलेस है। इसमें लाभुक परिवार को अस्पताल को कोई नगद राशि नहीं देनी होगी। डिजिटली राशि का लेनदेन केवल अस्पताल, बीमा कंपनी व राज्य सरकार के बीच होगा। हाइब्रिड मॉडल अपनाया है झारखंड ने 18 राज्यों ने इस योजना को ट्रस्ट मॉडल के रूप में शुरू करने का निर्णय लिया है। झारखंड सहित कुछ राज्य इसे हाइब्रिड मॉडल में शुरू कर रहे हैं। झारखंड में एक लाख रुपये तक के इलाज के लिए नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से बीमा हुआ है, जबकि एक लाख से पांच लाख रुपये तक का भुगतान झारखंड आरोग्य सोसाइटी के माध्यम से राज्य सरकार सीधे संबंधित अस्पतालों को करेगी। राज्य सरकार एक लाख रुपये तक के बीमा के लिए बीमा कंपनी को प्रत्येक परिवार 900 रुपये प्रीमियम का भुगतान करेगी।
कोडरमा मेडिकल कॉलेज
कुल लागत : 328 करोड़
जमीन उपलब्ध : 69.84 एकड़
चाईबासा मेडिकल कॉलेज
कुल लागत : 272 करोड़
जमीन उपलब्ध : 25 एकड़
आयुष्मान भारत का लाभ
-खाद्य सुरक्षा अधिनियम में आने वाले सभी 57 लाख लाभुक परिवारों के पास सहिया के माध्यम से प्रधानमंत्री का हस्ताक्षरित पत्र पहुंचेगा।
-लाभुक उक्त पत्र को लेकर अस्पताल पहुचेंगे, जहां तैनात आरोग्य मित्र उस पत्र का सत्यापन कर कियोस्क से गोल्डन कार्ड निर्गत करेंगे। उस समय लाभुक को लाल या पीला कार्ड के अलावा आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र या ड्राइविंग लाइसेंस में कोई एक दिखाना होगा।
-इस कार्ड के माध्यम से उक्त परिवार के सदस्यों का मुफ्त इलाज होगा। इलाज की राशि स्वैप कर उक्त कार्ड से काट ली जाएगी और लाभुक को बताया दिया जा जाएगा कि इससे इतनी राशि कट गई है और इतना शेष है।
इनमें मिलेगा लाभ
1350 प्रकार के प्रोसेड्योर में, जिनमें इनडोर सुविधा, दवा, ऑपरेशन, तमाम तरह के मेडिकल चार्ज तथा फालोअप शामिल है।
इनमें नहीं मिलेगा लाभ
ओपीडी, जन्मजात बाह्र रोग, कॉस्मेटिक सर्जरी, टीकाकरण, प्रजनन संबंधित उपचार, ड्रग्स से संबंधित बीमारियां, आर्गन ट्रांसप्लांट आदि।
टोल फ्री नंबर 14,555 पर या उपायुक्तों की अध्यक्षता में गठित जिलास्तरीय शिकायत निवारण समिति के पास। आप लाभुक हैं या नहीं जानने के लिए ‘एम आई इलिजिबल’ पोर्टल भी है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में पांच लाभुकों को गोल्डन कार्ड सौंपे।