प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान और कांग्रेस का करारा जवाब : कांग्रेस दिखाती समझदारी तो भारत से अलग नहीं होता करतारपुर
हनुमानगढ़ : काफी समय से पाकिस्तान के करतारपुर गुरुद्वारे को लेकर विपक्ष से तनातनी की सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरकार जवाब दिया है। राजस्थान में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने सारा ठीकरा कांग्रेस के सिर पर फोड़ दिया और कहा कि विभाजन के वक्त अगर कांग्रेस के नेताओं ने ‘समझदारी, संवेदशीलता और गंभीरता’ दिखाई होती तो करतारपुर कभी भारत से अलग होकर पाकिस्तान में जाता ही नहीं। गौरतलब है कि बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू की पाकिस्तान यात्राओं से गरमाए करतारपुर कॉरिडोर के मुद्दे पर दोनों पार्टियों के बीच खूब रस्साकशी चली है। जहां एक ओर पाकिस्तान से नरम रवैया अपनाने के लिए बीजेपी ने सिद्धू पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं सिद्धू ने भी सीधे-सीधे पीएम पर हमला किया है। पीएम ने अब इस पर चुप्पी तोड़ी है। राजस्थान के हनुमानगढ़ में पीएम ने कहा, विभाजन के समय अगर कांग्रेस नेताओं में इस बात की थोड़ी भी समझदारी, संवेदशीलता और गंभीरता होती कि हिन्दुस्तान के जीवन में गुरुनानक देव का स्थान क्या है, तो 3 किलोमीटर की दूरी पर हमारा करतारपुर हमसे अलग नहीं होता। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि सत्ता के मोह को समझा जा सकता है लेकिन सत्ता और राजगद्दी के मोह में कांग्रेस ने जो गलतियां की उन्हें आज तक भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस की हर बड़ी गलती को ठीक करने का काम मेरे नसीब में आया है और मेरा नसीब मेरी हाथ की लकीरों ने नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ देशवासियों के हाथ में है। उन्होंने राजस्थान को देश के वीरों की धरती बताते हुए नौसेना को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जब हमारा देश नौसेना दिवस मना रहा है तब भारतीय सेना का नेतृत्व इसी धरती के बेटे एडमिरल विजय सिंह शेखावत और एडमिरल मानवेंद्र सिंह जी ने नौसेना प्रमुख के रूप में देश की सेवा की थी। उन लोगों का समुंदर से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था, उसके बावजूद देश की नौसेना का नेतृत्व इस धरती ने किया। दुनिया के भ्रमण पर निकले आईएनएस तारिणी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, हमारी नौसेना की 6 बेटियों ने दुनिया में कमाल करके दिखाया।