बिना संविधान में संशोधन के ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ संभव नहीं : चुनाव आयोग
नई दिल्ली : एक तरफ केंद्र सरकार विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराने को लेकर सभी दलों की सहमति हासिल करने की कवायद में जुटी हुई है, वहीं चुनाव आयोग ने एक बार भी साफ कर दिया है कि देश के एकसाथ चुनाव तब तक संभव नहीं हैं, जब तक संविधान में संशोधन नहीं किया जाता। मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत इन दिनों मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं, वे वहां राज्य विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ओपी रावत ने कहा कि देश का सिस्टम एकसाथ चुनाव कराए जाने के लिए तैयार नहीं है। एक साथ चुनाव कराना देश हित में है, लेकिन इसके लिए पहले सिस्टम में बदलाव लाना होगा और यह बदलाव संविधान में संशोधन करके ही किया जा सकता है। ‘वन नेशन, वन पोल’ पर उन्होंने कहा कि फिलहास इसका कोई चांस नहीं है. उन्होंने इतना जरूर कहा कि जिन राज्यों में इस साल या अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, उनके चुनाव लोकसभा के साथ कराए जा सकते हैं, लेकिन पूरे देश में ऐसा होना संभव नहीं है।