अद्धयात्म
बुधवार को इन शुभ योगों में गणपति देंगे सफलता का आशीर्वाद
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बुधवार को शुभ वि.सं.: 2072, संवत्सर नाम: कीलक, अयन: उत्तर, शाके: 1937, हिजरी: 1437, मु.मास: रवि-उलसानी-23, ऋतु: शिशिर, मास: माघ, पक्ष: कृष्ण है।
शुभ तिथि
दशमी पूर्णासंज्ञक तिथि रात्रि 1.07 तक, तदुपरान्त एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि रहेगी।
योग
ध्रुव नामक नैसर्गिक शुभ योग रात्रि 11.59 तक, तदन्तर व्याघात नामक नैसर्गिक अशुभ योग रहेगा। व्याघात योग की प्रथम नौ घटी शुभ कार्यों में त्याज्य हैं।
विशिष्ट योग
अमृत-सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग सूर्योदय से सायं 6.09 तक।
करण
वणिज नाम करण दोपहर 12.37 तक, तदुपरान्त 1.07 तक भद्रा रहेगी। भद्रा में यथासंभव शुभ कार्य वर्जित रखना हितकर है।
चंद्रमा
सम्पूर्ण दिवारात्रि वृश्चिक राशि में रहेगा।
व्रतोत्सव
सायं 7.37 तक महापात है। इस पात में स्नान, दानादि करने चाहिए।
शुभ मुहूर्त
उक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार बुधवार को अनुराधा नक्षत्र में विवाह का अशुद्ध (मृत्युपंचक दोष), गृहारम्भ, गृहप्रवेश, देव-प्रतिष्ठा, विपणि-व्यापारारम्भ, वाहन क्रय करना, जलवा, वधू-प्रवेश, कर्णवेध, चूड़ाकरण, नामकरण, अन्नप्राशन, विद्यारम्भ व हलप्रवहण आदि के शुभ मुहूर्त हैं।