बैंक आफ बड़ौदा बन जायेगा देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक
- विजया और देना बैंकों के इसमें विलय होने से हर वर्ग के ग्राहक को मिलेगा अधिकाधिक लाभ
लखनऊ। बैंक आफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक तीनों बैंकों का विलय होने जाने के बाद इसका अधिकाधिक लाभ हर वर्ग के बैंकिंग उपभोक्ताओं को मिलेगा। वहीं साथ ही ही इस विलय से भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक का भी निर्माण होगा। इस बारे में सोमवार को राजधानी के गोमतीनगर स्थित बैंक आफ बड़ौदा मुख्यालय के आला अधिकारियों ने जानकारी दी कि गत सितंबर 2018 के अंत तक तीनों बैंकों के बोर्ड्स ने इस समेकन के लिए लिखित अनुमति दे दी थी और यह प्रक्रिया रिकॉर्ड समय में अब पूरी कर ली गई है। इसके तहत भारतीय रिजर्व बैंक की 30 मार्च, 2019 की तिथि की अधिसूचना के अनुसार विजया और देना बैंक की सभी शाखाएं एक अप्रैल 2019 से बैंक आफ बड़ौदा की शाखाओं के रूप में काम करेंगी। विजया और देना बैंक के जमाकतार्ओं सहित सभी ग्राहकों को उक्त तिथि के बाद से बैंक आॅफ बड़ौदा का ग्राहक माना जायेगा। बैंक के शीर्ष प्रबंधन के अनुसार इससे ऐसे नवगठित बैंक की भौगोलिक पहुंच बढ़ेगी और इसकी शाखाओं की संख्या 95,00, एटीएम की संख्या 13400 और कर्मचारियों की संख्या 85,000 होगी जो 120 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा उपलब्ध करायेंगे। वहीं समेकन के बाद, बैंक का मिश्रित कारोबार 15 लाख करोड़ रु. से अधिक का होगा और इसके जमा व अग्रिम क्रमश: 8.75 लाख करोड़ से अधिक व 6.25 लाख करोड़ से अधिक होंगे। इसी क्रम में महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश में पूरक शाखाओं का नेटवर्क बढ़ जायेगा। गुजरात में बैंक के पास 22 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी होगी, और महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में बाजार हिस्सेदारी 8 से 10 प्रतिशत के बीच होगी। तीनों बैंकों के सभी ग्राहकों को इस प्रक्रिया का लाभ मिलेगा। इससे ग्राहक बेहतरीन बैंकिंग सेवा का अनुभव ले सकेंगे और नकद प्रबंधन समाधान, आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण, वित्तीय प्लानिंग, संपत्ति प्रबंधन सेवाओं आदि सहित व्यापक प्रोडक्ट रेंज का लाभ उठा सकेंगे। 22,000 से अधिक टच प्वॉइंट्स व वर्द्धित ग्राहक पहुंच के साथ, ये लाभ और भी अधिक बढ़ जायेंगे। तीनों बैंकों के एनआरआई ग्राहकों के लिए अब भारत में विशाल नेटवर्क उपलब्ध होगा। देना बैंक के ग्राहकों के पास क्रेडिट सुविधाओं तक तुरंत पहुंच होगी। विदेशी मुद्रा कोष अब विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा, क्योंकि उनके पास 101 कार्यालयों में बैंक आॅफ बड़ौदा की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति होगी। एसआरटीओ फंडिंग, वृक्षारोपण वित्तपोषण जैसे विजया बैंक के अनूठे कार्यक्रम अन्य दो बैंकों के ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगे।