ज्ञान भंडार
मरने से पहले whatsapp पर लिखा मैसेज, हमारे हत्यारे कौन?
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- हरियाणा:
अगर whatsapp पर छोड़ा गया मैसेज समय पर पढ़ लिया जाता तो आज दोनों जिंदा होते। भाई और चाचा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। देखिए, सीन ऑफ क्राइम।
हरियाणा के पानीपत जिले के गांव सिवाह में सरपंच पद के प्रत्याशी खुशदिल के चचेरे भाई और चाचा की हत्या हुई। दोनों के शव चौटाला रोड स्थित उनके फार्म हाउस के कमरे में बैड पर मिले। हमलावरों ने सरपंच प्रत्याशी के भाई भाई सितेंद्र (30) को सात और चाचा दलेल (48) को मुंह में एक गोली मारी।
सितेंद्र के जीजा नवीन ने बताया कि सुबह मोबाइल देखा तो सितेंद्र का वाइस मैसेज था। मैसेज में कहा था कि गांव के राकेश उर्फ पंपी, सिल्लु, राजीव उर्फ जीता उसको मारने के लिए आ रहे हैं। सितेंद्र का मोबाइल स्विच ऑफ हो चुका था। साढ़े आठ बजे नवीन को राजेंद्र ने फोन करके बताया कि सितेंद्र और दलेल की हत्या हो चुकी है। पुलिस ने इसी एसएमएस को आधार माना है।
राजेंद्र ने बताया कि उसका भाई सितेंद्र और चाचा दलेल फार्म हाउस पर थे। देर रात को कुछ लोगों ने सतेंद्र को फोन कर उसे जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि उक्त लोगों ने सितेंद्र की छाती व उसके चाचा दलेल के मुंह में गोली मार दी। उस वक्त दोनों फार्म हाउस पर बने कमरे में बैड पर ही सो रहे थे। वह सुबह फार्म हाउस पर पहुंचा तो कमरे का दरवाजा खुला हुआ था।
हमलावरों ने सितेंद्र को सात गोली मारी हैं और एक छर्रा माथे में लगा हुआ है। पोस्टमार्टम के दौरान भी सितेंद्र के शरीर में चार ही गोली मिली। वहीं दलेल को एक गोली मुंह में मारी। माना जा रहा है कि हमलावरों ने पहले सतेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी। वे दलेल के मुंह में पिस्तौल डालकर गवाही न देने की धमकी दे रहे थे। दलेल के न मामने पर उसको भी वहीं पर ढेर कर दिया।
सितेंद्र और दलेल की हत्या का मुख्य कारण पंचायती चुनाव की रंजिश है। सितेंद्र का चचेरा भाई खुशदिल सरपंच पद का उम्मीदवार था। इस चुनाव की पूरी जिम्मेदारी सितेंद्र लिए था। इसी को लेकर सितेंद्र की राकेश उर्फ पंपी, सिल्लु, राजीव उर्फ जीता में तनातनी चल रही थी। सतेंद्र के जीजा नवीन ने बताया कि सतेंद्र अपनी जान को खतरा होने की बात कहता था।