मलाला दिवस पर डिंपल यादव ने 45 बच्चों को किया सम्मानित
लखनऊ ‘मलाला दिवस’ के अवसर पर मुख्यमंत्री की सांसद पत्नी डिम्पल यादव और प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने मंगलवार को 45 बच्चों को सम्मानित किया। इस अवसर पर डिम्पल यादव ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार सूबे के गरीब बच्चों के लिए शिक्षा की अच्छी व्यवस्था कर रही है। ‘मलाला दिवस’ के अवसर पर निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत प्रवेश पाये बच्चों एवं सराहनीय कार्य करने वाले वि़द्यालयों के सम्मान में आज एक कार्यक्रम मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर आयोजित किया गया था। समारोह को सम्बोधित करते हुए कन्नौज की सांसद डिम्पल यादव ने कहा कि आज का यह दिन एक विशेष दिन है क्योंकि बालिका शिक्षा की प्रतीक ‘मलाला यूसुफजई’ का आज जन्मदिन है। उन्होंने मलाला को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि इस बालिका ने विपरीत परिस्थितियों में साहस का परिचय दिया और शिक्षा हासिल की। उन्होंने कहा कि अपने इसी साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही उसे इतनी कम उम्र में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया। प्रदेश की समाजवादी सरकार द्वारा गरीब बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। राज्य सरकार ने आरटीई के अन्तर्गत उपलब्ध कराई गई व्यवस्था का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है, जिसके चलते अब गरीब बच्चों को भी अच्छे पब्लिक स्कूलों में दाखिला मिल रहा है।
श्रीमती यादव ने कहा कि राज्य सरकार के इसी प्रयास के चलते आज इस कार्यक्रम में भाग लेने आये इन बच्चों को नामी-गिरामी स्कूलों में प्रवेश मिल सका है। उन्हांेने कहा कि शिक्षा ऐसा साधन है, जिसका उपयोग हम अपनी भलाई के साथ-साथ देश और समाज की प्रगति एवं विकास के लिए भी करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी को शिक्षा दिलाने के प्रयास कर रही है। उन्हांेने ‘इन्क्लूसिव एजूकेशन’ और ‘मिक्सिंग ऑफ चिल्ड्रेन ऑफ डिप्राइव्ड सेक्शन्स विद अदर चिल्ड्रेन’ की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होने कहा कि ‘आरटीई’ के विषय में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी कि इसकी जानकारी दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक पहुंचे। राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि इस शिक्षा सत्र में और अधिक संख्या में इन बच्चों का प्रवेश निजी शिक्षण संस्थानों में हो सके।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सारे प्रयास कर रही है। उन्हांेने कहा कि पिछले चार साल के दौरान राज्य सरकार ने प्राथमिक, माध्यमिक, तकनीकी तथा उच्च शिक्षा के प्रसार के लिए काफी काम किया है। उन्होंने कहा कि समाजवादियों का मानना है कि किसी भी देश या समाज की तरक्की शिक्षा के ऊपर निर्भर है। ऐसे में सरकार का दायित्व है कि वह गरीबों और वंचित वर्गों के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे ताकि वे भी अपना भविष्य संवार सकें।
मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने कहा कि प्रदेश में आरटीई के लागू होेने से गरीबों के बच्चों को भी अब नामी-गिरामी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश मिल रहा है और वे भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यह सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का नतीजा है कि प्रदेश में यह एक्ट लागू हुआ और गरीब बच्चों 45 बच्चों को बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन तथा सांसद डिंपल यादव द्वारा सम्मानित को अब अच्छे स्कूलों में शिक्षा उपलब्ध हो रही है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य 40 हजार बच्चों को इस एक्ट का लाभ दिलाने का है, जिसे आगे बढ़ाया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान गरीब बच्चों को प्रवेश देने वाले स्कूलों के प्रधानाचार्यों, प्रबंधकों तथा प्रवेश पाने वाले किया गया। इस अवसर पर बच्चों को पुस्तकंे तथा स्कूल बैग भी उपलब्ध कराये गये। डिम्पल यादव द्वारा एक आरटीई रिपोर्ट पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
इस मौके पर परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) यासर शाह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद, सचिव मुख्यमंत्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह, निदेशक बेसिक शिक्षा दिनेश बाबू शर्मा, निदेशक सर्व शिक्षा अभियान गौरीशंकर प्रियदर्शी समेत तमाम लोग उपस्थित थे।