मलोट में आज पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे किसान कल्याण रैली, दो मुद्दों पर रहेगा फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब के मलोट में किसान कल्याण रैली को संबोधित करेंगे। मोदी दोपहर बारह बजे रैली स्थल पर पहुंचेंगे और करीब सवा घंटे तक रुकेंगे। वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत नहीं करेंगे।
कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार मोदी की यह रैली गैर सरकारी है, इसलिए प्रोटोकोल के अनुसार मुख्यमंत्री का जाना जरूरी नहीं है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा, बिजली मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर अजायब सिंह भट्टी की ड्यूटी लगाई है। ये एयरफोर्स में जाकर मोदी की अगवानी करेंगे। हालांकि यह नेता रैली में नहीं जाएंगे।
मिशन 2019 के लिए जमीन तैयार करना और एमएसपी इस रैली का खास मकसद है। पीएम मोदी ने पिछले सप्ताह फसलों के एमएसपी में एतिहासिक बढ़ोतरी का बड़ा चुनावी एलान किया था। उसके बाद यह पहली रैली होगी, जिसमें मोदी सीधे किसानों से रूबरू होंगे। रैली का प्रभाव ज्यादा से ज्यादा इलाकों तक पहुंचे, इसी को देखते हुए मलोट को चुना गया है।
प्रधानमंत्री मोदी इस किसान कल्याण रैली के नाम पर धान की एमएसपी में दो सौ रुपय वृद्धि का मुद्दा भुनाएंगे, ताकि आगामी लोक सभा चुनाव के लिए अभी से जमीन तैयार की जा सके। रैली में बादल परिवार समेत केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक मौजूद रहेंगे। रैली में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे भी आ सकती हैं। हरियाणा सीमा पास होने के कारण वहां के किसान भी इसमें आएंगे।
रैली किसानों के मुद्दे पर है, जो भाजपा नहीं, बल्कि अकाली दल का परंपरागत वोट बैंक है। रैली स्थल मलोट को बादल परिवार और अकाली दल का गढ़ माना जाता है। इसके अलावा केंद्र में बेशक भाजपा काबिज हो, लेकिन पंजाब में सीनियर पार्टनर शिअद ही है। इसलिए रैली के आयोजन की कमान अकाली दल के हाथ में है, भाजपा सहयोगी भूमिका में रहेगी। शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल ने खुद इसकी कमान संभाल रखी है।
बारिश डाल सकती है रंग में भंग
पिछले दो दिनों से प्रदेश में उमस भरी गर्मी पड़ रही है। इसके चलते मौसम विभाग के अनुसार, 11 जुलाई को बारिश आने की संभावना बनी हुई है। कहीं ऐसा न हो कि रैली के दौरान बारिश आ जाए। ऐसा होता है तो प्रधानमंत्री की रैली में खलल पड़ सकता है। लेकिन रैली को लेकर पिछले तीन-चार दिनों से शिअद-भाजपा के आला नेताओं ने पूरी कमर कस रखी है।
सुरक्षा की कमांड एडीजीपी हरदीप ढिल्लों के हाथ
पीएम मोदी की रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की सारी कमांड एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर हरदीप सिंह ढिल्लों के हाथों में है। चार आईजी, सात एसएसपी समेत पांच हजार पुलिस जवानों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। मलोट शहर में मंगलवार को भी बीसीएफ की टुकड़ियां जगह-जगह चैकिंग करते नजर आईं। पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। चर्चा है कि रैली के चलते जिस रोड से प्रधानमंत्री मोदी व अन्य दिग्गजों का रैली स्थल तक आगमन होगा, उस रोड पर सभी दुकानें बंद रहेंगी।
यहां तक कि किसी को रेहड़ी तक नहीं लगाने दी जाएगी। स्कूल, कॉलेज भी बंद करने के आदेशों की चर्चाएं चल रही हैं। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी पुष्टी नहीं कर रहे। दबी जुबां में दुकानदार कारोबार ठप्प रहने की बातें कर रहे हैं।
पीएम मोदी 45 मिनट तक देंगे भाषण
मलोट की अनाज मंडी में बुधवार को आयोजित रैली में प्रधानमंत्री मोदी 45 मिनट तक किसानों को संबोधित करेंगे। भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 11 जुलाई को जयपुर में भी एक रैली को संबोधित करेंगे, जिसके बाद वह पंजाब पहुंचेंगे।
सूत्रों के अनुसार, मोदी जयपुर की रैली के बाद सीधे बठिंडा के भिसीआना एयरफोर्स उतरेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए रैली स्थल पर पहुंचेंगे। मोदी 1:30 बजे वहां से रवाना हो जाएंगे। रैली स्थल पर 30 हजार कुर्सियां लगाई जा रही हैं, जबकि एक लाख लोगों के आने की संभावना है।
मोदी के साथ स्टेज पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय मंत्री विजय सांपला और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक बैठेंगे। इसके अलावा हरियाणा और राजस्थान से आने वाले मुख्यमंत्रियों को भी मंच पर स्थान मिलेगा।
वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत नहीं करेंगे। कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार मोदी की यह रैली गैर सरकारी है, इसलिए प्रोटोकोल के अनुसार मुख्यमंत्री का जाना जरूरी नहीं है। कांग्रेस ने मोदी के स्वागत के लिए कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, बिजली मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर अजायब सिंह भट्टी की ड्यूटी लगाई है जो एयरफोर्स में जाकर मोदी की अगवानी करेंगे। हालांकि यह नेता रैली में नहीं जाएंगे।