महाराष्ट्र में बाढ़-भूस्खलन का कहर, अब तक 149 की मौत, 100 लापता
मुंबई: महाराष्ट्र बीते 3 दिनों से भारी बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड का सामना कर रहा है. महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण डिवीजनों में मूसलाधार बारिश हुई है, जिससे कई इलाकों में लैंडस्लाइड और बाढ़ की वजह से त्रासदी मची है. राज्य सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में भारी बारिश के चलते अब तक 149 लोगों की मौत हो चुकी है. कुल 50 लोग जख्मी हैं, 100 लोग लापता हैं. इसके अलावा 875 गांवों पर प्रभाव पड़ा है और कुल 2 लाख 30 हज़ार लोगों को बचाया गया है. जानकारी के अनुसार इस तबाही में 3248 जानवरों की भी मृत्यु हुई है.
महाराष्ट्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 2,30,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. कोंकण के चिपलून, खेड़ और महाड जैसे बाढ़ प्रभावित शहरों में प्रशासन, पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने के साथ-साथ निवासियों के लिए भोजन और दवाओं की व्यवस्था करा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि स्कूलों के साथ-साथ कुछ निजी प्रॉपर्टीज को भी शेल्टर और घायलों के प्राथमिक उपचार केंद्रों के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
एक जानकारी के मुताबिक ठाणे नगर निगम के 100 से अधिक कर्मचारियों को गुरुवार को लगातार बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड और बाढ़ के बाद ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पानी और अन्य मुद्दों पर मदद करने के लिए रायगढ़ जिले के महाड-पोलादपुर के लिए रवाना किया गया है. टीएमसी कमिश्नर विपिन शर्मा ने बताया कि भेजे गए ग्रुप में कोरोना, डेंगू, लेप्टोस्पायरोसिस, महामारी के प्रकोप और बुखार का सर्वेक्षण करने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हैं. जिनके पास 10,000 रैपिड एंटीजन टेस्टिंग किट और दवाओं का पर्याप्त स्टॉक भी मौजूद है. शर्मा ने बताया कि ग्रुप में पशु चिकित्सकों की एक टीम भी गयी हुई है.