तमाम अटकलों को दरकिनार कर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को अखिलेश यादव के विकास रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। इस दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोगों ने साजिश की, षड्यंत्र किए। हम थोड़ा डगमगाए जरूर लेकिन अब बहुमत की सरकार बनानी है। इस विकास यात्रा के दौरान हजारों सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर मंच पर सपा के सभी बड़े नेता मौजूद रहे। तमाम अटकलों के बीच शिवपाल भी आए और उन्होंने अखिलेश को रथयात्रा निकालने और उसकी सफलता के लिए शुभकामानएं भी दीं। सभी बड़े नेताओं की मौजूदगी के जरिए पार्टी में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की गई। यह बात दीगर है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव का नाम नहीं लिया।
मुख्यमंत्री आवास के करीब लामार्टिनियर मैदान पर तड़के सुबह से ही लाखों का जमावड़ा लगने लगा। जो लोग मैंदान पर पहुंच सके, पहुंचे बाकी हजारों का हुजूम यहां वहां लोहिया पथ और कालीदास मार्ग पर मौजूद रहा। कई बार तो भारी संख्या में मौजूद पुलिस-पीएसी की सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी नज़र आने लगी।
मुख्यमंत्री मंच पर आते उससे पहले राजा भैया, बलराम यादव, फरीद महमूद किदवाई, माता प्रसाद पाण्डेय, राम गोविंद चौधरी, आदि नेता वहां पहुंच चुके थे। इंतजार था तो बस अखिलेश यादव का…। वह करीब 9.57 पर मंच पर पहुंचे तो भीड़ ने अखिलेश यादव जिंदाबाद का नारा बुलंद कर दिया। हजारों हाथ उनकी जयकार के लिए ऊपर उठ गए…।
चंद मिनट बाद 10.03 बजे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। उनके साथ शिवपाल सिंह यादव भी काली सदरी में मौजूद रहे। नारे लगे नेताजी मुलायम सिंह जिंदाबाद…जिंदाबाद…..अखिलेश यादव जिंदाबाद….लेकिन शिवपाल की जयकार नहीं हुई…। मंच का संचालन अखिलेश यादव के करीबी अरविंद सिंह गोप ने किया। वह बार-बार नेताजी की जयकार के नारे लगाते रहे…।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव माइक पर आए तो भीड़ देखकर पूरे जोश में भाषण दिया। बोले- कोई कह दे कि 3 नवंबर का कार्यक्रम नहीं होगा तो कैसे मानूं। हम युवा लोग पार्टी से अलग नहीं हैं। लोगों ने साजिश की। षढ्यंत्र किया। हम डगमगाए जरूर लेकिन अब जो जन सैलाब उमड़ा है। लाखों लोग हैं। कुछ मैदान में आ पाए, कुछ नहीं आ सके। अब समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार बनेगी। हमने तमाम विकास के काम किए हैं।
भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व सैनिक आत्महत्या कर रहे हैं। सीमा पर सैनिक शहीद हो रहे हैं। सपा सरकार ने संतुलन बनाने का काम किया है। नौजवान पांच नवंबर के कार्यक्रम में भी मौजूद रहेंगे।
शिवपाल मंच पर आए तो उनका भी अंदाज़ अलग रहा। बोले-अखिलेश ने नेतृत्व में रथयात्रा जा रही है। यह रथयात्रा पूरे प्रदेश में संदेश देने का काम करेगी। हमारी सरकार ने चार साल में जो एतिहासिक काम किया है, उसे रथयात्रा के जरिए जनता के बीच पहुंचाएगी। अखिलेश को भी शुभकमानाएं…उनकी यात्रा सफल हो और किसी कीमत पर भाजपा की सरकार न बने। 2017 में पूर्ण बहुमत से हमारी सरकार बनेगी। सपा का परचम पूरे देश में लहरा रहा है। यह नेताजी मुलायम सिंह की मेहनत है। स्थापना दिवस में नौजवान आएं लेकिन जोश के साथ पहुंचें।
जोश के साथ होश बनाए रखने की हमारी अपील है। एक बार फिर अखिलेश को शुभकमानाएं देकर उन्होंने भाषण खत्म कर दिया।मुलायम ने शहीदों के जवानों को किया यादमुलायम ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए बलिदान होने वाले सैनिकों की मां-बाप को नमन…।
बोले वे मां-बाप भाग्यशाली हैं, जिनके बच्चे शहीद हो रहे हैं। प्रधानमंत्री को ऐसे परिवारों से मिलना चाहिए। दुनिया की सबसे बहादुर सेना हिन्दुस्तान की है। मैं नहीं चाहता की भारत-पाकिस्तान का युद्ध हो लेकिन हम यह भी नहीं चाहते कि सैनिक शहीद होते रहें।मुलायम अखिलेश को सीख देते हुए बोले-अखिलेश को रथयात्रा पर पहले स्लोगन लिखना चाहिए था…विजय से विकास की ओर…। न कि विकास से विजय की ओर…।
उन्होंने कहा कि केवल नारों से काम नहीं चलता। लाठी चलती है तो नारे लगाने वाले सबसे पहले भाग जाते हैं। केवल ये जवानी है कुर्बान अखिलेश भैय्या तेरे नाम के नारों से काम नहीं चलेगा।इसके बाद मुलायम ने हरी झंडी दिखाई…। अखिलेश भीड़ का अभिवादन कर राजेंद्र चौधरी और अभिषेक मिश्र के साथ रथ पर सवार हुए। करीब 10.57 बजे रथ उन्नाव के लिए रवाना। इस दौरान शिवपाल भी मौजूद रहे।