मूडीज के रेटिंग सुधारने से उछले घरेलू बाजार, सेंसेक्स 414 अंक ऊपर
मुंबई. रेटिंग एजेंसी मूडीज के भारत की रेटिंग सुधारने के बाद बैंकों के शेयरों में तेजी आने से आज घरेलू बाजारों ने शानदार शुरुआत की. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 414 अंक की छलांग लगा कर 33,521 अंक पर पहुंच गया. निफ्टी भी 10,300 अंक के स्तर को पार कर गया. ब्रोकरों ने बताया कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने भी घरेलू बाजार की धारणा मजबूत की.
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 414 अंक यानी 1.25 प्रतिशत उछलकर 33,520.82 अंक पर पहुंच गया. पिछले कारोबारी सत्र में भी यह 346.38 अंक मजबूत हुआ था. देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के शेयर 2.94 प्रतिशत चढ़ गये। आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, यस बैंक और इंडसइंड बैंक जैसे निजी बैंकों के शेयरों में 3.07 प्रतिशत तक की उछाल देखी गई.
बीएसई के समूहों में बैंकिंग, रियल्टी और धातु समूह के शेयर 2.46 प्रतिशत तक की तेजी में रहे. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 124.40 अंक यानी 1.21 प्रतिशत की बढ़त लेकर 10,339.15 अंक पर पहुंच गया. घरेलू बाजार की धारणा को अमेरिका की रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारत की रेटिंग में 13 साल बाद सुधार किये जाने से समर्थन मिला. मूडीज ने आर्थिक तथा संस्थागत सुधारों के कारण आर्थिक वृद्धि की संभावना बेहतर होने का हवाला देते हुए देश की क्रेडिट रेटिंग को एक पायदान सुधार कर आज ‘बीएए2’ कर दिया. इससे पहले 2004 में मूडीज ने रेटिंग सुधार कर ‘बीएए3’ किया था.
फायदे में रहने वाले अन्य बैंकों में पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक बैंक शामिल रहे. टाटा स्टील, सिप्ला, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोल इंडिया, अदानी पोर्ट्स, हिंदुस्तान यूनिलिवर, भारती एयरटेल और सन फार्मा भी बढ़त में रहे. वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 1.47 प्रतिशत तथा हांग कांग का हैंग सेंग 0.58 प्रतिशत की तेजी में रहा. हालांकि चीन का शंघाई कंपोजिट शुरुआती कारोबार में 0.10 प्रतिशत गिर गया. अमेरिका का डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज पिछले दिवस 0.80 प्रतिशत की बढ़त लेकर बंद हुआ था.
रुपया भी मजबूत
रेटिंग एजेंसी मूडीज के भारत की रेटिंग सुधारने से उत्साहित रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 69 पैसे यानी 1.06 प्रतिशत मजबूत होकर एक हफ्ते के उच्चतम स्तर 64.63 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. कारोबारियों ने बताया कि रुपये को निर्यातकों तथा बैंकों की डॉलर बिकवाली से भी समर्थन मिला. इसके अलावा अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के नरम रहने से भी इसे मजबूती मिली.