यह शख्स है दूसरा नीरव मोदी, 3600 करोड़ का है बकाया
शहर के जाने माने उद्यमी व रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी सिर्फ इलाहाबाद बैंक के 352 करोड़ रुपये के ही कर्जदार नहीं हैं। इन पर बैंक ऑफ इंडिया का भी करीब 1395 करोड़ रुपये का कर्ज है। विक्रम कोठारी की चार कंपनियों के नाम से शहर की बिरहाना रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच में चार अलग-अलग खाते हैं।
ये सभी खाते वर्ष 2015 में एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट) हो चुके हैं। बैंक लगातार विक्रम कोठारी और फर्म के डायरेक्टरों से पत्राचार कर रहा है, लेकिन कर्ज की रकम नहीं चुकाई जा रही। बैंक ऑफ इंडिया की ओर से भेजे गए सामान्य नोटिसों का भी जवाब नहीं दिया जा रहा है।
सरफेसी एक्ट के तहत भेजा जाएगा नोटिस
सामान्य नोटिसों का निर्धारित समय पूरा होने के बाद खातों में सुधार न होने पर बैंक के सेंट्रल ऑफिस ने आपत्ति जताई है। बैंक विक्रम कोठारी को अब सरफेसी एक्ट के तहत नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही उद्यमी ने अपने एनपीए खातों में कर्ज की रकम जमा नहीं कराई तो बैंक बंधक संपत्तियों को कब्जे में ले लेगा।
अब तक कुल कर्ज बैंक कर्जा
फिलहाल, इंडियन ओवरसीज बैंक ने रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के करीब 650 करोड़ रुपये के डिपॉजिट (एफडीआर) जब्त कर लिए हैं। बैंक ने यह कार्रवाई 1400 करोड़ रुपये का कर्ज न चुका पाने की वजह से की है। विक्रम कोठारी का इसी बैंक पर अब भी 750 करोड़ रुपये बकाया है। रकम की वसूली के लिए अब बैंक डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (ऋण वसूली अधिकरण) जाने की तैयारी कर रहा है।