कोलकाता (एजेंसी) : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर तीखा हमला बोला। ममता ने कहा, राम के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दक्षिण 24 परगना जिले में प्रशासनिक बैठक में ममता ने शोभायात्रा में हथियार शामिल किए जाने को लेकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों व नेताओं से पूछा, क्या भगवान राम के हाथों में पिस्तौल और तलवार देखें हैं? बदमाशों का एक समूह सरेआम हथियार लहरा रहे थे तब क्या प्रशासन खामोश बैठा था? क्या प्रशासन को ऐसे तत्वों के खिलाफ झुकना चाहिए? उन्होंने सवाल किया कि शस्त्र जुलूस पर पाबंदी के बावजूद हथियार के साथ जुलूस कैसे निकाला? उन्होंने बैठक में मौजूद पुलिस महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ को शस्त्र कानून के तहत तत्काल सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। चाहे कोई भी हो किसी को नहीं बख्शा जाएगा। राम का नाम बदनाम करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई पुलिस अधिकारी शस्त्र जुलूस निकालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश की अनदेखी करते है तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।
गौरतलब है कि रविवार को पुरुलिया जिले में दो गुटों के बीच झड़प में शेख शाहजहां की मौत हो गई जबकि डीएसपी समेत चार लोग घायल हो गए थे। ममता ने कहा कि पुरुलिया में शोभायात्रा में कुछ लोग पिस्तौल लहराते देखे गए। राजनीतिक स्वार्थ के कारण कुछ लोग इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं जिसकी बंगाल में कोई जगह नहीं है। ममता ने कहा कि घटना में जिस भी शख्स की जान गई है मैं उसे अपने भाई के रूप में मानती हूं, मुझे यह जानने की जरूरत नहीं कि वे कौन है और उसका धर्म क्या है। एक पार्टी हथियार के बल पर पूरे देश में राज करना चाहते हैं। डीजीपी मुख्यमंत्री के साथ प्रशासनिक बैठक के मंच पर उपस्थित डीजीपी ने कहा कि हमने रविवार को आयोजित शोभायात्रा की वीडियो और सबूत एकत्रित किए हैं। कठोर कदम उठाया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार सुरक्षा आयोग ने संज्ञान लेते हुए बजरंग दल पुरुलिया के जिला कोऑर्डिनेटर और अतिरिक्त जिला कोऑर्डिनेटर को समन किया है, उन्हें 12 अप्रैल को आयोग के दफ्तर में पेश होने को कहा गया है। राम नवमी पर बजरंग दल द्वारा निकाली गई शोभायात्रा में 10 बच्चों को तलवार लहराते देखा गया था। मुख्यमंत्री के निर्देश से पहले ही वीरभूम जिला प्रशासन ने त्रिशुल के साथ जुलूस निकालने के मामले में बंगाल की भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में रामनवमी पर जुलूस के दौरान हिंसा में एक की मौत व डीएसपी समेत पांच लोगों के जख्मी होने के बाद सोमवार को बर्द्धमान के रानीगंज में दो गुटों में हिंसा भड़क उठी, जिसमें एक और जान चली गई। आगजनी, तोड़फोड़, बमबाजी व गोलीबारी से पूरा इलाका थर्रा उठा। हिंसा को काबू करने पहुंचे आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के उपायुक्त (मुख्यालय) अरिंदम दत्त चौधरी का हाथ बम लगने से उड़ गया। लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले दागे गए। बाद में रैफ (रैपिड एक्शन फोर्स) ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित किया।
वहीँ बिहार के औरंगाबाद शहर में सोमवार को रामनवमी जुलूस के दौरान माहौल बिगाड़ने के प्रयास में लगे लोगों पर प्रशासन ने सख्ती की, जिससे हालात सामान्य हो गए। जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने बताया कि एहतियातन शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस मामले में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सुबह जुलूस निकलने पर उपद्रवियों ने सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया था, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए थे।