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रोड से आए तो 5 घंटे लगे अंगदान में, अब एयरएंबुलेंस का आधा खर्च देगी सरकार

सूरत: एक युवक और एक युवती के ब्रेनडेड होने पर बुधवार को उनके परिजनों ने अंगदान कर दिए। हालांकि ऑर्गन लेने के लिए डॉक्टरों की टीम को अहमदाबाद से सड़क के रास्ते आने में पांच घंटे से ज्यादा लग गए। 
रोड से आए तो 5 घंटे लगे अंगदान में, अब एयरएंबुलेंस का आधा खर्च देगी सरकार

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– इधर, अब प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने घोषणा कर दी है कि अंगदान के लिए कोई एयरएंबुलेंस जाएगी तो उसका आधा खर्च सरकार वहन करेगी। इससे अंगदान को बढ़ावा तो मिलेगा ही, कम समय में अंग प्रत्यारोपण की प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी।

 
– पांच दिन पहले दो जून को एक आदिवासी युवक के ब्रेनडेड होने पर जब ऑर्गन डोनेशन की प्रक्रिया शुरू हुई तो एयरएंबुलेंस नहीं मिल पाने के कारण ही दो घंटे लेट हुए थे। हालांकि रात डेढ़ बजे मुंबई से एयर एंबुलेंस मंगाकर ऑर्गन डोनेट हुआ था।
 
– तब भास्कर ने “11 हार्ट डोनेट कर चुके सूरत में एयर एंबुलेंस नहीं होने के चलते दो घंटे अटका रहा ट्रांसप्लांट शीर्षक से खबर प्रकाशित कर समस्या उजागर की थी।’
 
– अभी किसी मरीज को आपात स्थित में मुंबई ले जाने या अंगदान के लिए एयर एंबुलेंस मंगाने पर 60 हजार रुपए खर्च आता है। आमतौर पर सड़क के रास्ते से ही अंगदान किया जा रहा है। सूरत से अब तक हुए 11 हार्ट डोनेट में से 10 को रोड से ही ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ले गए।
 
– हालांकि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब यह खर्च 30 हजार ही पड़ेगा। डोनेट लाइफ के निलेष मांडलेवाला ने बताया कि सूरत में अंगदान के लिए एयर एम्बुलेंस का उपयोग पिछले सप्ताह पहली बार हुआ।
 
सूरत में नहीं है एयर एंबुलेंस
– अभी तक सूरत में किसी भी अस्पताल के पास एयर एंबुलेंस नहीं है। हालांकि पाटीदारों के किरण अस्पताल में यह सेवा एक साल बाद शुरू हो जाएगी। फिलहाल यहां हेलीपेड बनकर तैयार है।
 
4 किडनी, 2 लिवर, 4 कॉर्निया मिले
– 58 वर्षीय सिद्धमा को अचानक सिरदर्द हुआ और फिर बेहोश हो गई। स्मीमेर के बाद निजी अस्पताल ले गए। वहां ब्रेन डेड बता दिया। मंडरोई के सुखाभाई सीढ़ियां चढ़ते वक्त गिर गए और सिर में चोट लगी। उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया।

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