जीवनशैली

लिवर और पेट के लिए फयदेमंद है मूली, जानें 5 फायदे

मूली बहुत फायदेमंद सब्जी होती है, मगर इसके फायदों को ज्यादातर लोग जानते नहीं हैं। मूली पेट के कई रोगों और लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होती है इसीलिए आयुर्वेद में मूली को पेट और लिवर के लिए सबसे अच्छा ‘प्राकृतिक प्यूरीफायर’ माना गया है। आज के समय में आधे से ज्यादा लोग पेट की किसी ना किसी बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे लोग अगर रोज मूली का सेवन करें, तो उनका पेट हमेशा ठीक रहेगा। मूली में एंथोस्यानिंस होता है जो हमें कई बीमारियों से दूर रखता है। मूली खाने से हमारा इम्यूनिटी लेवल बढ़ता है। जिससे हम छोटे छोटे बदलावों से बीमार नहीं पड़ते हैं। आइए आपको बताते हैं कि किन समस्याओं में मूली आपके लिए फायदेमंद है।
मूली में होते हैं ढेर सारे पौष्टिक तत्व
मूली सस्ती और आसानी से मिल जाने वाली सब्जी है इसलिए बहुत से लोग इसे फायदेमंद नहीं मानते हैं। मगर आपको बता दें कि मूली में बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जो आपके पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।

100 ग्राम मूली में लगभग-

18 ग्रीम कैलोरी
केवल 0.1 ग्राम फैट
4.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट
1.6 ग्राम डाइट्री फाइबर
2.5 ग्राम शुगर
0.6 ग्राम प्रोटीन
36% विटामिन सी
2% कैल्शियम
2% आयरन
4% मैग्नीशियम आदि होता है।
शरीर में मौजूद गंदगी को बाहर निकाले मूली
मूली किडनी के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है और शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में भी कारगर होती है। इस वजह से इसे नेचुरल क्लींजर कहा जाता है। मूली में फाइबर ज्‍यादा होता है, जो कब्‍ज के लिए रामबाण है। यह आंतो को स्‍वस्‍थ्‍य रखता है। इससे आपकी पाचन क्रिया सही रहती है। पेट संबंधी रोगों में यदि मूली के रस में अदरक का रस और नीबू मिलाकर नियम से पियें तो भूख बढ़ती है।
पेट साफ करे मूली
पेट के लिए मूली बहुत फायदेमंद होती है। मूली एक पाचक की तरह काम करती है। पेट की कई बीमारियों में मूली का रस बहुत फायदेमंद होता है। अगर पेट में भारीपन महसूस हो रहा हो तो मूली के रस को नमक में मिलाकर पीने से आराम मिलता है। ताजी मूली खाने से पाचनशक्ति बढ़ती है। पेट के की़ड़ों को नष्ट करने में भी कच्ची मूली फायदेमंद साबित होती है।
लिवर को भी मिलते हैं फायदे
मूली खाने से लिवर की क्रिया बेहतर होती है। लीवर की परेशानी होने पर नियमित रूप से अपने भोजन में मूली का सेवन करना चाहिए। साथ ही पीलिया रोग में भी ताजा मूली का प्रयोग बहुत ही उपयोगी होता है। नियमित रूप से एक कच्‍ची मूली सुबह खाने से कुछ ही दिनों में पीलिया रोग ठीक हो जाता है।
बवासीर का आसान घरेलू इलाज है मूली
मूली के नियमित और सही इस्तेमाल से पाइल्स की समस्या को कुछ महीनों में दूर किया जा सकता है। साथ ही मूली के नियमित सेवन से पाइल्स की समस्या बढ़ती भी नहीं है। बवासीर के रोगियों को अक्‍सर मूली खाने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में घुलनशील फाइबर पाये जाते हैं जो मल को मुलायम करने और पाचन क्रिया को दुरस्‍त रखने में मदद करती है। इसमें वाष्पशील तेल भी होता है, जो पाइल्‍स के दौरान पैदा होने वाले दर्द और सूजन को कम करता है। इसके अलावा मूली ठंडक देने का काम करती है, जिससे जलन में भी राहत मिलती है। पाइल्स के मरीजों को कच्ची मूली का सेवन ही करना चाहिए।
ब्लड प्रेशर में फायदेमंद है मूली
मूली में एंटी हाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। मूली में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम भी होता है, जो शरीर मेंसोडियम-पोटैशियम के अनुपात को बैलेंस करते हुए ब्लड प्रेशर बिगड़ने नहीं देता।

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