वाघेला का बड़ा बयान- मुझे 24 घंटे पहले कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया
नई दिल्लीः गुजरात के बड़े नेता और सूबे के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला का बड़ा बयान सामने अाया है। अपने जन्मदिन पर अायाेजित समारोह के दाैरान वाघेला ने कहा, मुझे 24 घंटे पहले कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया है। विनाश काले विपरित बुद्धि लेकिन बापू रिटायर होने वाला नहीं है। वहीं, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वाघेला गलत बोल रहे हैं, उनको पार्टी से नहीं निकाला गया है। अपने जन्मदिन कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं के आने पर रोक से गुस्साए वाघेला खुलकर सामने आए हैं। वाघेला ने कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी को रोक लगाने का अधिकार है पर विधायकों और अन्य नेताओं को इसे मानने अथवा न मानने का भी अधिकार है। उनके कार्यक्रम का गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों और उपराष्ट्रपति के आगामी चुनाव से कोई लेना देना नहीं। क्रॉस वोटिंग के बारे में उन्हाेंने कहा कि पार्टी को इस बारे में सभी विधायकों से बातचीत करनी चाहिए। उनकी जिम्मेदारी सभी 57 कांग्रेसी विधायकों का मतदान सुनिश्चत करना था जो उन्होंने बखूबी किया है। यहां तक कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के भी दोनो विधायकों को विपक्ष के साथ मतदान कराया था।
‘पुत्र ने अटकलाें काे किया खारिज’
उधर उनके विधायक पुत्र महेन्द्र सिंह वाघेला ने पार्टी के इस फैसले पर खुली नाराजगी जताते हुए कहा कि जन्मदिन और ऐसे अन्य सामाजिक कार्यक्रमों को राजनीति का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनके पिता राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा कर सकते हैं। महेंन्द्र सिंह ने कहा कि उनके पिता के 50 साल से भी लंबे सार्वजनिक जीवन में कोई भी उनकी निष्ठा पर सवाल खड़ा नहीं कर सका है।
‘कांग्रेस से नाराज हैं वाघेला’
वाघेला का अगला कदम जो भी हो, लेकिन एक बात ताे साफ है कि वह पहले से ही कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। 15 दिन पहले उन्होने गांधीनगर में एक सम्मेलन किया था, जिसमें कांग्रेस के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। आज के सम्मेलन में अगर उन्होंने संन्यास का एेलान कर दिया तो दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा। वाघेला के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, करप्शन और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में जांच चल रही है।