चेन्नई/ हैदराबाद। जबरन धर्मांतरण के मुद्दे पर विवाद के बीच भाजपा और केंद्र सरकार ने विपक्षी दलों को धर्मांतरण रोकने के कानून का समर्थन करने की चुनौती दी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि आखिर तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियां धर्मांतरण विरोधी कानून का समर्थन क्यों नहीं करतीं। चेन्नई में एक प्रेस कान्फ्रेंस में शाह ने कहा कि विपक्षी दल एनडीए सरकार को विकास के एजेंडे की पटरी से नहीं उतार सकते। भाजपा और केंद्र सरकार पहले से ही कह रही है कि वह धर्मांतरण रोकने के लिए कानून लाने को तैयार है लेकिन यह आम सहमति के बिना नहीं हो सकता। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर विपक्षी दलों को लगता है कि धर्मांतरण पर राज्यों के कानून प्रभावी नहीं हैं तो पूरे देश में एक जैसा कानून लाने के मुद्दे पर वे सरकार का साथ दें। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण तो देश में आजादी के समय से होता रहा है। धर्मांतरण में संघ की भूमिका के सवाल पर शाह ने कहा कि आरएसएस एक देशभक्त संगठन है। एजेंसी