लंबे समय से तमाम बल्लेबाजों की आजमाइश के बावजूद भारतीय टीम इस मसले पर बैकफुट पर नजर आती थी। अगस्त 2017 से लेकर सितंबर 2018 तक युवराज सिंह, लोकेश राहुल, केदार जाधव, विराट कोहली, एम एस धोनी, मनीष पांडेय, हार्दिक पंड्या, दिनेश कार्तिक और अजिंक्य रहाणे को आजमाया।
रन मशीन कोहली ने नंबर तीन पर बल्ले से रन के साथ रिकॉर्डों की बारिश की है। नंबर पांच पर कप्तान कोहली विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी को उपयुक्त मानते हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में लगाए अपने तीन में से दो अर्द्धशतक इस क्रम पर लगाए और मैन ऑफ द सीरीज के हकदार बने। विकेट के पीछे अपनी उपयोगिता के साथ मध्यक्रम में अनुभवी धोनी की उपस्थिति टीम को मजबूती प्रदान करती है।
उधर नंबर चार के बल्लेबाज रायडू ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में विषम परिस्थितियों में न केवल सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी खेली बल्कि 63.33 की औसत से 190 रन के साथ सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने। पिछले साल एशिया कप में भी उन्होंने 43.75 की औसत से 175 रन बनाए थे।
कप्तान कोहली तो पहले ही नंबर चार पर रायडू को उपयुक्त मानते रहे हैं। पिछले साल अक्तूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ और इस साल न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।
गियर बदलने में भी माहिर अंबाती
ऐसे में नंबर चार की पहेली अनसुलझी थी जिसे न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में अंबाती रायडू ने काफी हद तक सुलझा दिया है। हैदराबाद के बल्लेबाज ने उस समय 90 रन की पारी खेली जब टीम ने 18 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। बात सिर्फ एक पारी की नहीं है विंडीज के खिलाफ रायडू ने विशाखापट्टनम में 73 और मुंबई में शतकीय पारी खेली थी। वेलिंगटन में उनकी विजय शंकर के साथ पारी में 33 वर्षीय बल्लेबाज ने दिखाया कि वह गियर बदलकर भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। अपनी 90 रन की पारी में उन्होंने पहले 44 रन 81 गेंदों पर जबकि उसके बाद 32 गेंदों पर 46 रन बनाए जिसमें छह चौके और दो चौके शामिल थे।
पंत अभी रेस में हैं बाकी
रायडू को इस क्रम पर युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत और युवा शुभमन गिल चुनौती दे सकते हैं लेकिन क्रमश: ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ दोनों बल्लेबाजों मौकों को भुना नहीं पाए हैं। जाधव निचले क्रम में भी अच्छे कर रहे हैं जबकि निदहास ट्रॉफी में अंतिम गेंद पर छक्का मारकर जीत दिलाने वाले दिनेश कार्तिक फिनिशर की नई भूमिका में बेहतर दिख रहे हैं। जाधव और पंड्या आक्रामक तेवरों वाले हैं और वह स्लॉग ओवरों में बेहतर विकल्प हो सकते हैं। ऐसे में अंबाती रायडू का दावा नंबर पर मजबूत हो चला है। हालांकि प्रथम श्रेणी में न खेलना उनके खिलाफ जाता है।