विश्व कप मेजबानी को हरी झंडी पर वित्तीय मदद का आश्वासन नहीं
अंडर-17 फीफा विश्व कप की सफल मेजबानी के बाद ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के लिए एक और विश्व कप की मेजबानी हासिल करने का रास्ता खुल गया है। फेडरेशन अगले माह 2020 में होने वाले अंडर-17 महिला फीफा विश्व कप की मेजबानी का दावा ठोकने जा रही है।
खेल मंत्रालय ने फेडरेशन को मेजबानी पर हरी झंडी तो दे दी है, लेकिन वित्तीय मदद का भरोसा नहीं दिया है। फेडरेशन ने चार शहरों में होने वाले इस विश्व कप की मेजबानी हासिल करने के लिए मंत्रालय की मंजूरी और लगभग 60 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मांगी थी। यह राशि स्टेडियमों का जीर्णोद्धार और अन्य कार्यों के लिए मांगी थी।
मंत्रालय ने कहा कि उन्हें विश्व कप की मेजबानी से एतराज नहीं है, लेकिन वित्तीय मदद का कोई आश्वासन नहीं दिया जा सकता है। फेडरेशन ने मंत्रालय के इस जवाब को स्वीकार करते हुए मेजबानी पर दावा ठोकने की तैयारी कर ली है। फीफा के समक्ष विश्व कप के लिए बोली लगाने के पहले चरण में देश की सरकार से एनओसी मिलना जरूरी है। फेडरेशन का मानना है कि उन्हें सरकार से एनओसी मिल गई है।
चार बार एशियाई देश रह चुके हैं चैंपियन
पुरुषों के विश्व कप में यूरोपीय देशों का दबदबा रहता है, लेकिन महिला अंडर-17 विश्व कप में एशियाई देशों का दबदबा रहा है। अब तक यह विश्व कप छह बार हो चुका है जिसमें उत्तर कोरिया ने 2008, 2016, दक्षिण कोरिया ने 2010 और जापान ने 2014 में जीत हासिल की है। भारत अभी तक इसमें शिरकत नहीं की है।