एजेन्सी/ इसी महीने किसी के बेटे की शादी है किसी को अपनी बेटी के हाथ पीले करने हैं लेकिन सारी तैयारियों के बावजूद एक चिंता प्रदेश के हजारों माता-पिता को सताए जा रही है. यह चिंता है अपनी बहू-बेटी के लिए गहने तैयार करवाना. दरअसल, पिछले 34 दिनों से ज्वैलर्स और स्वर्णकार व्यवसायी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और शादी वाले घर में यही चिंता सताए जा रही है. आखिर बिन गहनों के कैसे होगी बेटी की विदाई? अगली स्लाइड में पढ़ें, कब से शुरू हो रही हैं शादियां?
प्रदेश में 16 अप्रेल से शादी-ब्याह का सीजन शुरू हो जाएगा. इसी के साथ आभूषण विक्रेताओं की हड़ताल अब व्यापारियों के साथ-साथ शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बनने लगी है. सर्राफा व्यवसायियों की हड़ताल के चलते शहरवासी आभूषणों की खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं. अगली स्लाइड में पढ़ें, ज्योतिषियों का क्या कहना है?
होलाष्टक और मलमास के बाद 16 अप्रैल से शादी-विवाह सहित मांगलिक कार्यक्रम हो जाएंगे. ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य 16 अप्रैल को मेष राशि में जाएगा. अगली स्लाइड में पढ़ें, सिंहस्थ से क्या पड़ेगा असर?
28 अप्रैल तक सावों का सीजन रहेगा. इसके बाद सिंहस्थ लग जाएगा. थोड़े समय के लिए ही मुहूर्त होने और आगामी दिनों में तेज गर्मी का दौर शुरू होने जाने के कारण इस मुहूर्त में बड़ी संख्या में सावे हैं. अगली स्लाइड में पढ़ें, ज्वैलर्स की परेशानी? एक्साइज ड्यूटी के विरोध में देश भर के सर्राफा एवं आभूषण निर्माता हड़ताल पर हैं. यह हड़ताल एक महीने से लंबी हो चुकी है. सोमवार को इसके चलते राजस्थान बंद रखा गया.