नई दिल्ली। उरी में आर्मी बेस पर हुए आतंकी हमले के बाद देश भर से आवाज उठने लगी है कि सेना को पाकिस्तान पर हमले के लिए तैयार किया जाए। पेव (Pew) रिसर्च सेंटर की ओर से कराए गए एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि देश की 62 फीसदी आबादी मानती है कि सेना की मदद से ही आतंकवाद को खत्म किया जा सकता है।
सर्वे के मुताबिक, करीब 63 फीसदी लोग मानते हैं कि सेना पर होने वाले खर्च को बढ़ाया जाना चाहिए।
तकरीबन दो तिहाई लोग सरकार के काम और देश के माहौल से खुश हैं। 10 में से आठ लोगों को लगता है कि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है।
ये है मोदी की लोकप्रियता का आंकड़ा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विपक्ष के निशाने पर रहे हैं। पाकिस्तान के साथ संबंधों और आतंकवाद के मुद्दे पर लगातार उनकी आलोचना होती रही है। लेकिन सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि उनकी लोकप्रियता 81 फीसदी है। साल 2015 में यह आंकड़ा 87 फीसदी था। ग्लोबल इकॉनमिक एटीट्यूड्स के डायरेक्टर ब्रूस स्टोक्स के मुताबिक ये आंकड़े बेहतरीन हैं। उन्होंने कहा कि मोदी, ओबामा और जर्मनी की एंजेला मॉर्केल से कहीं बेहतर कर रहे हैं।
बीजेपी का ग्राफ बढ़ा
आंकड़ों के मुताबिक, साल 2015 और 2016 दोनों में मोदी की सबसे कम अप्रूवल रेटिंग (53 फीसदी) सांप्रदायिक मामलों को लेकर रही है। यह एक चौंकाने वाला आंकड़ा हो सकता है कि इस मामले में बीजेपी को 65 फीसदी लोगों ने ऐसे मामलों में सपोर्ट किया है जबकि विपक्ष को सिर्फ 40 फीसदी लोगों का ही साथ मिला। जनता के बीच बीजेपी का ग्राफ 2015 के 10 प्वाइंट से ऊपर उठकर 25 प्वाइंट पर पहुंच गया है।
जनता ने मोदी को माना बेहतर
मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए सर्वे में 56 फीसदी लोगों ने माना कि वह जनता का ख्याल रखते हैं। जबकि 51 फीसदी मानते हैं कि मोदी अपने कहे पर कायम रहते हैं। वहीं, 49 फीसदी लोगों का मानना है कि मोदी सबको साथ लेकर काम करने में यकीन रखते हैं।
सर्वे में कांग्रेस को झटका
सर्वे में कांग्रेस को जबरदस्त झटका लगा है। कांग्रेस की तुलना में मोदी को दोगुने नंबर मिले हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में 35 फीसदी अंक, बेरोजगारी पर लगाम लगाने में 28 फीसदी अंक और गरीबों की मदद करने में 27 फीसदी अंक कांग्रेस के खाते में गए हैं।
सर्वे में 54 फीसदी लोगों ने माना है कि देश में सांप्रदायिकता एक बड़ी समस्या है। जबकि 52 फीसदी लोगों ने यह माना है कि इस्लामिक स्टेट भारत के लिए बड़ा खतरा हो सकता है।
वायु प्रदूषण को सबसे बड़ी समस्या मानते हैं इतने लोग
दिलचस्प बात ये है कि 10 में से सात यानी करीब 68 फीसदी भारतीयों ने वायु प्रदूषण को सबसे बड़ी समस्या माना। सर्वे में भारतीयों के मन में चीन के प्रति थोड़ा लगाव देखने को मिला है। सिर्फ 31 प्रतिशत लोगों ने चीन से तुलना में भारत के पक्ष में कुछ कहा।
82 फीसदी भारतीय अपराध, 81 फीसदी रोजगार की कमी, 80 फीसदी भ्रष्ट अधिकारियों और 78 फीसदी लोग आतंकवाद को बड़ी समस्या मानते हैं।
बीजेपी को लेकर बदली है लोगों की राय
अगर बीजेपी की बात करें पिछले साल के मुकाबले इस बार लोगों की राय बदली है। पिछले साल बीजेपी को मिली ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग (65 फीसदी) की तुलना में इस बार 53 फीसदी लोगों का ही साथ मिला। हालांकि फिर भी वह बाकी पार्टियों से बेहतर स्थिति में है।