सावधान! जरूरत से ज्यादा केला खाना हो सकता है जानलेवा
केला खाना बहुत सेहतमंद माना जाता है. पर क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा केले खाना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा. कहा जाता है कि एक साथ 6 से ज्यादा केले खाने से जान का खतरा हो सकता है. लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है आइए जानते हैं.
केला एक ऐसा फल है जिसे बहुत खाया जाता है और इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं. ये सेहत के लिए फायदेमंद तो बहुत होता है, लेकिन यह नुकसान भी पहुंचा सकता है. दरअसल, केले में पोटैशियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. जरूरत से ज्यादा पोटैशियम सेहत को नुकसान पहुंचाता है.
लंदन की डाइटीशियन Catherine Collins का मानना है कि पोटैशियम शरीर की हर एक कोशिकाओं में मौजूद रहता है और यह शरीर के लिए बेहद जरूरी भी है. उनके मुताबिक, केला दिल की धड़कन को संतुलित रखने में मदद करता है. ये शरीर में इंसुलिन की मात्रा को सही कर ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखता है. इसके अलावा केला खाने से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है. लेकिन शरीर में पोटैशियम का स्तर बहुत ज्यादा या बहुत कम होने से दिल की धड़कन बिगड़ सकती है. इससे पेट दर्द के साथ-साथ पेट खराब होने की समस्या भी हो सकती है.
बता दें, US में ‘पोटैशियम क्लोराइड’ नामक कैमिकल इंजेक्शन के जरिए भी लोगों को दिया जाता है. शरीर में इसकी अधिक मात्रा से दिल का दौरा पड़ने की संभावना रहती है. Catherine Collins के मुताबिक, सही मात्रा में केला खाने से कभी भी शरीर में पोटैशियम का स्तर ज्यादा नहीं होता है. दिनभर में लगभग 400 केले खाने के बाद पोटैशियम का स्तर शरीर में उतना ज्यादा हो सकता है, जिससे दिल धड़कना ही बंद हो जाए. लेकिन एक दिन में 400 केले खाना किसी भी व्यक्ति के लिए मुमकिन नहीं है.
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि केला सेहत को नुकसान नहीं, बल्कि बेहद फायदा पहुंचाता है. UK की नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, व्यक्ति को दिनभर में 3,500 मिलीग्राम पोटैशियम की जरूरत होती है. एक केले में लगभग 450 मिलीग्राम पोटैशियम पाया जाता है. इसका मतलब है कि एक व्यक्ति दिनभर में करीबन 7 केले खा सकता है.
इसके अलावा हेल्थ एक्सपर्ट किडनी के मरीजों को खासतौर पर ऐसी चीजों के सेवन से दूर रहने की सलाह देते हैं, जिनमें पोटैशियम बहुत अधिक मात्रा में होता है क्योंकि जिन लोगों की किडनी सही ढंग से काम नहीं करती है उनके ब्लड स्ट्रीम में पोटैशियम का स्तर अधिक हो जाने की वजह से यूरिन के जरिए मिनरल्स शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं और उनकी मौत भी हो सकती है.