सिंहस्थ कुंभ में दिखा PM का आध्यात्मिक अवतार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उज्जैन सिंहस्थ कुंभ में एकदम आध्यात्मिक भाव में दिखे. वैचारिक महाकुंभ में पीएम ने देश की बेहतरी के लिए परंपरा से जुड़ने और अध्यात्म के जरिए स्वयं के विकास पर जोर दिया. पीएम की भाषण की 8 प्रमुख बातें…
1. ज्ञान का महत्व हमेशा रहेगा और हर काल में यही समाज को दिशा दिखाता रहेगा.
2. कुंभ हमारी परंपरा का हिस्सा है. यहां से समाज की दिशा और बदलाव की दिशा तय होती है.
3. पहले लोग कुंभ के मेले में तय हुई दिशा को लेकर जाते थे और समाज में बदलाव के लिए काम करते थे. आज फिर जरूरत इसी तरह के प्रयास की है.
4. समय के अभाव में परंपराओं में बदलाव आया है, लेकिन हमें अपनी जड़ों और मूल्यों के महत्व को समझना होगा.
5. हम उन सिद्धांतों में पले-बढ़े हैं, जहां शरीर आता-जाता है, लेकिन हम आत्मा को काल का गुलाम नहीं बनने देते.
6. शास्त्री जी लोगों से एक समय खाना खाने का आह्वान करते थे और लोग मानते थे. मैंने भी एलपीजी सब्सिडी छोड़ने की अपील की, तो एक करोड़ से अधिक लोगों ने जनसेवा के लिए त्याग दिया. हमारी परंपरा ऐसे ही त्याग की है.
7. समाज के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने वाले लोग चाहे भगवा में हो या नहीं समाज के लिए शक्ति हैं.
8. टकराव किसी समस्या का हल नहीं है. हमें अपने अंदर झांकना होगा और मूल्यों तथा परंपराओं के जरिए समस्याओं का हल खोजना होगा.