जीवनशैली

सुहागरात पर दूध, महज परंपरा नहीं विज्ञान है

health_1464757039भारतीय परंपराओं की बात करें तो शादी की पहली रात दूध का गिलास बहुत जरूरी माना जाता रहा है। इसके पीछे महज परंपरा नहीं बल्कि दूध की ताकत है।

आज इंटरनेशनल मिल्क दिवस है पर आपको बताते हैं कि सुहागरात पर दूध पीने का क्या है कारण।

दूध का सीधा असर शुक्राणुओं की संख्या से है।

एक ऑनलाइन रिपोर्ट के अनुसार, 18 से 50 वर्ष के पुरुष 10% कम शुक्राणु बनने से पीड़ित हैं। इस समस्‍या से निपटने के लिए कई घरेलू उपचार उपलब्‍ध हैं, जिसमें से एक है दूध। 

आयुर्वेद में भी इसका जिक्र मिलता है। नपुंसकता और बांझपन की समस्याओं के लिए शहद लेने की सलाह दी जाती है। हल्‍के गुनगुने दूध के साथ शहद पीने से प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है। 

आयुर्वेद में भी इसका जिक्र मिलता है। नपुंसकता और बांझपन की समस्याओं के लिए शहद लेने की सलाह दी जाती है। हल्‍के गुनगुने दूध के साथ शहद पीने से प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है। 

रोजाना एक ग्लास दूध पीने के कई सारे लाभ हैं। त्वचा के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं। अगर खूबसूरत और चमकदार त्वचा चाहिए तो दूध पिएं। इसका अमीनो एसिड नमी को बरकरार रखता है और चमक लाता है। 

शोध बताते हैं कि जो महिलाएं लो फेट या स्किम मिलक् पीती हैं उनका वजन भी नियंत्रित रहता है और उसके साथ ही शरीर का पोषण भी पूरा होता है।

 

 

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