सौ साल पुरानी कॉलोनी में तीन मंजिला इमारत गिरी, युवक की गयी जान
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नगर निगम की रिवर बैंक कॉलोनी में बुधवार को हादसा हो गया। कॉलोनी में सेवा सदन नाम की तीन मंजिला बिल्डिंग गिर जाने से एक युवक की मौत हो गई। यह युवक बिल्डिंग के भूतल पर रहता था। पुरानी व जर्जर बिल्डिंग होने से यह हादसा हुआ है। मृत युवक का नाम गौरव त्रिवेदी है। युवक यहां अपने चाचा ज्ञानी के साथ रहता था। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करा दिया। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर मंत्री ब्रजेश पाठक भी पहुंच गए। पुलिस ने रेस्क्यू के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को बुलाया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने मलबे के नीचे से युवक के शव को बाहर निकाला।
रिवर बैंक कालोनी में बना गोमती सदन काफी जर्जर हालत में था। इस इमारत के अगले हिस्से में प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले गौरव त्रिवेदी अपने चाचा ज्ञानी त्रिवेदी के साथ रहते थे। पुलिस ने बताया कि गौरव बाहर वाले कमरे और ज्ञानी अंदर वाले कमरे में सोते थे। सुबह करीब 7 बजे बाहर वाले कमरे की छत अचानक ढह गई। एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मश्क्कत कर गौरव को बाहर निकाला, लेकिन तब तक गौरव की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लगभग सौ साल पुरानी इस कॉलोनी के कई भवन जर्र्जर हो चुके हैं, लेकिन नगर निगम की तरफ से उसकी मरम्मत के प्रयास नहीं किए गए। एक समय पॉश कॉलोनी के रूप में पहचान रखने वाली रिवर बैंक कॉलोनी में अलग-अलग ब्लाक बने हैं। जिस बिल्डिंग में यह घटना हुई है। वह तीन मंजिला थी, जिसमे से ऊपर के दो मंजिला फ्लैट बंद थे।
बंद फ्लैट और पुरानी इमारत होने से बारिश के पानी का जमाव हो रहा था, जो घटना का कारण बना। इस घटना की सूचना पाते ही जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश और नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी मौके पर पहुंच गए। नगर निगम के अधिशासी अभियंता एपी तिवारी का कहना है कि रिवर बैंक कॉलोनी से अलग भाग में तीन मंजिला यह भवन था, जो गोमती सदन के नाम से था। इस भवन के ऊपर की दो मंजिला बंद थे और नीचे परिवार रहता था। इस बिल्डिंग में रहने वाले ज्ञानी त्रिवेदी लम्बे समय से भवन की मरम्मत की मांग कर रहे थे और कई बार धरना भी दे चुके थे। इस हादसे में मरने वाला युवक ज्ञानी त्रिवेदी का भतीजा था, जो मूल रूप में रायबरेली बछरावा के मुबारकपुर राजा मऊ गांव का निवासी है।
मृतक युवक के पिता की तबियत ठीक नहीं रहती है और परिवार में दो बहने हैं। वह यहां केकेसी में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। ज्ञानी त्रिवेदी के पिता राम प्यारे त्रिवेदी पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा के निजी सचिव रहे थे। यह परिवार यहां लंबे समय से रह रहा था। वहीं नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का कहना है कि रिवर बैंक कॉलोनी से जुड़ा यह भवन था, जिसका ऊपरी भाग गिरा है। उसके बगल के भवन को भी गिराया जाएगा। साथी ही पूरी कॉलोनी में बिल्डिंग का परीक्षण कराया जाएगा।