स्विस बैंकों में जमा पूरा धन ‘काला’ नहीं : अरुण जेटली
नई दिल्ली : स्विस बैंकों में भारतीयों के धन में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी के मामले में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को विपक्ष के बयानों की आलोचना की। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पोस्ट लिखकर कहा कि विपक्ष इस मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है। जेटली ने कहा कि स्विस बैंकों में जमा ज्यादातर पैसा उन भारतीयों का है, जो अब विदेशों में रह रहे हैं और इस पूरे धन को काला धन नहीं कहा जा सकता है। जेटली ने लिखा कि स्विस बैंक अपने यहां जमा की जानकारी साझा करने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन वैश्विक दबाव के बाद ऐसा संभव हो रहा है। अब उसने जानकारी मांगने वाले देशों को डिटेल देने पर हामी भरी है।
जेटली ने बताया कि साल 2019 से यह जानकारी मिलनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा, सीबीडीटी की पूर्व की जांच में बताया है कि इसमें काफी पैसा उन भारतीयों का भी है, जिनके पास अब विदेशी पासपोर्ट है। जेटली ने चेतवानी भरे लहजे में कहा कि स्विस बैंकों में गैर कानूनी ढंग से रकम जमा करने वाले लोगों को सजा का सामना करना पड़ेगा। जेटली ने कहा कि स्विट्जरलैंड सरकार के रियल टाइम डेटा देने के बाद ऐसा होगा। गौरतलब है कि इस मामले पर कार्यकारी वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने इस मामले पर मोदी सरकार का पक्ष सामने रखा है। पीयूष गोयल ने कहा है कि इस मामले में कालेधन या अवैध लेन-देन का अनुमान लगाने की जरूरत नहीं है। गोयल ने कहा कि भारत ने पीएम मोदी के नेतृत्व में स्विटजरलैंड के साथ जो करार किया है, उसके मुताबिक उनके वित्त वर्ष के समाप्त होने पर यह सारा डेटा हमारे पास होगा। स्विस बैंक की रिपोर्ट पर पूछे गए सवाल पर गोयल ने कहा, 1 जनवरी 2018 से वित्त वर्ष के खत्म होने तक का सारा डेटा हमारे पास आ जाएगा।