हनीप्रीत इंसा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी, बलात्कारी बाबा को भगाने का आरोप
पंचकूला : राम रहीम की गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत इंसा के खिलाफ पंचकूला पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। जानकारी के मुताबिक पंचकूला पुलिस ने हनीप्रीत पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही हनीप्रीत पर राम रहीम को कोर्ट से भगाने की साजिश में शामिल होने का आरोप है। हनीप्रीत पर आरोप है कि पंचकूला में हिंसा भड़काने में उसका भी हाथ है। राम रहीम सिंह को जब शुक्रवार (25 अगस्त) को पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत में लाया जा रहा था तो हनीप्रीत उनके साथ ही थीं। राम रहीम को बलात्कार का दोषी करार दिए जाने के बाद पूरे हरियाणा में भड़की हिंसा में कई लोगों की मौत हो गई। हनीप्रीत राम रहीम सिंह की गोद ली हुई बेटी हैं और वह सोशल मीडिया पर वह खुद को ‘‘पापा की परी, परोपकारी, निर्देशक, एडिटर और अभिनेत्री’’ बताती हैं।ट्विटर पर हनीप्रीत के दस लाख से ज्यादा और फेसबुक पर पांच लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं।
राम रहीम की फिल्मों में एक्टिंग
हनीप्रीत ने राम रहीम की फिल्मों में अभिनय और निर्देशन भी किया है। हनीप्रीत ने ‘एमएसजी 2 – द मैसेंजर’ में अभिनय किया है और फिर ‘एमएसजी –द वारियर लॉयन हार्ट’ में भी उनका स्पेशल अपियरेंस है। राम रहीम सिंह की शादी हरजीत कौर से हुई है। उनकी दो बेटियां चरणप्रीत और अमनप्रीत हैं जिनकी शादी हो चुकी है और उनका एक बेटा जसमीत भी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हनीप्रीत की शादी खुद राम रहीम ने करवाई थी लेकिन हनीप्रीत के पति विश्वास गुप्ता राम रहीम पर उनकी पत्नी को दूर रखने का आरोप लगा चुके हैं। इस घटना के बाद हनीप्रीत सिंह ने विश्वास गुप्ता के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया और खुद डेरा मुख्यालय में रहने लगी।
गुरमीत राम रहीम का परिवार पहुंचा अपने गांव
डेरा सच्चा सौदा सिरसा प्रमुख को सजा होने के बाद उनकी माता नसीब कौर व धर्मपत्नी ने परिवार संग सिरसा डेरा छोड़ दिया है। दोनों अपने पैतृक गांव गुरुसर मोडिया (राजस्थान) पहुंच गई हैं। जानकारी के अनुसार, डेरा प्रमुख की फैमिली ने मंगलवार की दोपहर को ही डेरा छोड़ दिया था और अपनी गाड़ियों से मंगलवार शाम को गुरुसर मोडिया पहुंच गई। डेरा प्रमुख की दोनों बेटियां चरणप्रीत कौर और अमनप्रीत कौर भी दादी और मां के साथ ही गुरुसर मोडिया पहुंचीं। सूत्रों के मुताबिक, डेरा प्रमुख की फैमिली के लोग अपनी गाड़ियों से गुरुसर पहुंचे। इन गाड़ियों की संख्या 3 बताई जाती है, लेकिन डेरा से ये अलग-अलग समय पर निकली मगर रास्ते में एकसाथ हो गईं।