हमारा मिशन : उच्च शिक्षा प्रणाली एवं स्किल डेवलपमेंट फार इम्प्लायमेंट
डी.एन. वर्मा
देश का विकास उसके हर एक नागरिक का कर्तव्य है। हमारे भारत देश में जिस तेजी से व्यवसाय और औद्योगिकरण का विकास हो रहा है, उसी तेजी से कार्यकुशल और समर्पित युवाआें की मांग बढ़ती जा रही है, इस मांग की आपूर्ति के लिए देश में बहुत सी अच्छी प्रबन्धन व तकनीकी संस्थायें हैं, जो कई वर्षों से देश की प्रगति में अग्रसर हैं, परन्तु जिस तेजी से कुशल युवक एवं युवतियों की मांग बढ़ रही है, उसको देखते हुए गुणवत्ता युक्त अतिरिक्त मैनेजमेंट व इंजीनियरिंग संस्थाओं की स्थापना की जरूरत है और इसी के साथ यह भी समझने की आवश्यकता है कि प्रतिस्पर्धा के दौर में एम.बी.ए. और बी.टेक की डिग्री मिलने के बाद भी युवकों को नौकरी मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए लखनऊ में आठ वर्ष पहले स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज़ (एस.एम.एस.) की स्थापना की गयी जो अपने छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा देने और कैम्पस प्लेसमेंट का दृढ़ संकल्प लिये हुए है और दिन-प्रतिदिन अपने संकल्प को साकार करने के लिए प्रयत्नशील एवं प्रतिबद्ध है।
यह संस्थान बहुत कम समय में सफलता के उच्च शिखर पर पहुंच चुका है जिसका श्रेय यहां के कर्मयोगी और समर्पित शख्सियत, संस्था के सीईओ श्री शरद सिंह को जाता है, जो अपनी संस्था और कुशल कार्यप्रणाली तथा विकसित तकनीक के माध्यम से देश को उज्ज्वल भविष्य देने का योगदान कर रहे हैं। आठ वर्षों की छोटी सी अवधि में संस्था को दर्जनों अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। जैसे प्राइड ऑफ इंडस्ट्री अवार्ड, बिजनेस इण्डिया मैगजीन द्वारा ए++ कटेगरी बिजनेस स्कूल, ईटी नाउ द्वारा आउटस्टैंडिंग इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट (नार्थ), एसोचेम द्वारा बेस्ट इंस्टीट्यूट इन यूपी फॉर प्लेसमेंट अवार्ड, इन्नोवेटिव बी-स्कूल अवार्ड, बी-स्कूल लीडरशिप अवार्ड, एक्सीलेंस इन एजुकेशन अवार्ड इत्यादि। इन उपलब्धियों से संस्था की महत्ता व उच्च गुणवत्ता को समझा जा सकता है।
सन् 1995 में वाराणसी में एस.एम.एस. कालेज की स्थापना के बाद 2008 में लखनऊ में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (एस.एम.एस.) की स्थापना के साथ श्री शरद सिंह के उस सपने ने आकार लेना शुरू किया जिसमें छात्रों को उन्नत शिक्षण एवं प्रशिक्षण मुहैया करायी जा सके। चुनौती थी उचित प्रतिभा को परखना और कॉलेज में प्रवेश दिलाने के साथ उनको रोजगार पाने लायक बनाना। इसके लिए संस्था के सीईओ ने रोजगारपरक शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा दिया जिसके तहत विभिन्न वैल्यू एडेड कोर्स, इण्डस्ट्री ओरियेन्टेड ट्रेनिंग एवं एम्प्लॉयविलिटी एनहेन्समेंट प्रोग्राम के तहत स्किल डेवलपमेंट पर पूरा ज़ोर दिया जाता है, जिससे छात्रों को डिग्री के अतिरिक्त आधुनिक एवं प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त होता है और छात्रों को संबंधित इण्डस्ट्री में रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाती है।
एस.एम.एस. लखनऊ की विशेषताएं
शहर के शोरगुल से दूर एक विशाल क्षेत्रफल में स्थापित, आधुनिक सुख सुविधाओं से परिपूर्ण, खुले एवं हरे-भरे वातावरण में छात्रों को बेहतर से बेहतर शिक्षा एवं माहौल मिलता है। संस्था में उचित शैक्षणिक वातावरण, अनुशासन और छात्रों को हर क्षेत्र में प्रतिभावान बनाना ही संस्था का संकल्प है। एस.एम.एस. लखनऊ में ग्रीन क्वेस्ट के जरिये ग्लोवल वार्मिंग के प्रति जागरूकता फैलाना और देश और दुनिया के प्रति कर्तव्य का निर्वाहन करना संस्था का ध्येय है। समाज एवं मानव एकता एवं समानता की विचारधारा रखने वाले श्री शरद सिंह के नेतृत्व में बहुत से छात्र जैसे कि मनोज कुमार श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र पाण्डेय और बाबूराम साहनी जैसे अन्य कई आर्थिक रूप से असमर्थ छात्रों को संस्था द्वारा सम्पूर्ण आर्थिक सहायता प्रदान करायी जाती है, जिससे उन्हें एम.बी.ए., बी.टेक एवं अन्य कोर्स जो कॉलेज में उपलब्ध है, करने में कोई अड़चन नहीं आती है।
एस.एम.एस. लखनऊ ने अपने विशेष शैक्षिक कार्य प्रणाली, विभिन्न वैल्यू एडेड कोर्स, रोजगारपरक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम और इण्डस्ट्री ओरियन्टेड ट्रेनिंग के तहत पिछले आठ वर्षों में सभी कोर्स के छात्रों को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में कैम्पस प्लेसमेंट द्वारा रोजगार प्रदान कराया है।
संस्था के छात्रों को रोजगार प्रदान कराने के संकल्प की दृढ़ता का मापदण्ड 2010 है, जब देश दुनिया में मंदी का दौर चल रहा था और कम्पनियों में छंटनी चल रही थी, तब पर भी अपने अधिक से अधिक छात्रों को रोज़गार उपलब्ध कराने की सफलता से लगाया जा सकता है। एस.एम.एस. लखनऊ में देश की कई बड़ी कम्पनियों जैसे एच.सी.एल., महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा, टी.सी.एस., आई.बी.एम. सीज़ फायर, इन्टेल, पेप्सिको, गोदरेज़, एयरसेल, एवररेडी, लक्जर, ऐक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, जेके टायर, मदर डेरी, लिवप्योर, ल्यूमिनस जैसी अन्य मल्टीनेशनल कम्पनियां छात्रों के कैम्पस प्लेसमेंट के लिए हर वर्ष आती हैं।
युवा जनरेशन को श्री शरद सिंह द्वारा सफलता के मूल मंत्र
‘कड़ी मेहनत, दूर दृष्टि और पक्का इरादा ही सफलता का मूल मंत्र है। सफलता हम पर निर्भर करती है कि हम कितनी ईमानदारी से उसके लिए प्रयास करते हैं। कोई भी लक्ष्य कठिन जरूर होता है लेकिन असंभव नहीं, जरूरत है अनुशासन के साथ लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करने की और उसके लिए कठिन मेहनत करने की। अगर आप लक्ष्य बनाकर उसके लिए अनुशासित, एकाग्रचित्त एवं समयबद्ध ढंग से मेहनत करेंगे तो सफलता जरूर आपके कदम चूमेगी।’
कैम्पस प्लेसमेंट द्वारा चयनित एसएमएस के कुछ मेधावी
विशाल कश्यप- टी.सी.एस.
अर्पित सिंह- मदर डेरी
शुभम जायसवाल- पेप्सिको
धर्मेन्द्र पाण्डेय- गरवारे वॉल रोप्स
देव्यानी लक्ष्मी- एच.सी.एल.
सान्वी सिंह- इन्टेल
शिवांगी सिंह- हिन्दुस्तान टाइम्स
इज़हार अहमद- सीज़फायर
सौरभ सिंह- एरा इन्फ्रा
प्रियंका तिवारी – मदरसन सूमी
करण कुमार- सीज़ फायर
शिव कुमार मिश्रा- मदर डेरी
अजहर अहमद- मदर डेरी
शिवम राय- गोदरेज