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कांगे्रस प्रभारी प्रियंका ने किया ट्वीट, प्रयागराज विश्वविद्यालय की गरमाई राजनीति

प्रयागराज : विश्वविद्यालय में बीते 29 जून को हुई कार्य परिषद की बैठक में छात्रसंघ की जगह छात्र परिषद लागू कर दिया गया है। फैसले का विरोध करने पर निवर्तमान छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव को इविवि से निलंबित कर ब्लैक लिस्टेड करने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट कर नाराजगी जाहिर की है। इससे एक बार फिर छात्र राजनीति गरमा गई है। प्रयागराज के पीसीबी हॉस्टल में 14 अप्रैल को छात्रनेता रोहित शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले को स्वत: संज्ञान लेते हुए विवि प्रशासन, जिला प्रशासन समेत उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को तलब किया था। इविवि की ओर से पक्ष रखने पहुंचे रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला ने हलफनामा देकर लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का हवाला देते हुए कैंपस में छात्र परिषद के तहत पदाधिकारी का चयन होने का जिक्र किया। इसके बाद 24 जून को एकेडमिक काउंसिल की बैठक के बाद 29 जून को कार्य परिषद की बैठक में छात्र परिषद पर अंतिम मुहर लग गई।

इसके बाद से लगातार छात्र विरोध कर रहे हैं। इसी मामले में निवर्तमान छात्रसंघ उपाध्यक्ष को विवि प्रशासन ने निलंबित कर ब्लैक लिस्टेड करते हुए परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस मामले में मंगलवार को यूपी कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट किया। कहा कि इविवि छात्रसंघ को भंग करने के खिलाफ आवाज उठाने पर एनएसयूआई से छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रशासन ने निलंबित करके ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। भाजपा सरकार तो खुद चुनकर आई है। मगर छात्रों के चुनाव और उनके आवाज से इतना डरती क्यों है। यह तानाशाही नहीं तो क्या है। प्रियंका के ट्वीट से एक बार फिर इविवि के छात्र राजनीति का माहौल गरम हो गया है। प्रियंका के अलावा एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने भी सोशल मीडिया पर आपत्ति दर्ज कराई है। निवर्तमान छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर मंगलवार को एनएसयूआई डेलिगेशन प्रयागराज के जिलाध्यक्ष पृथ्वी प्रकाश तिवारी के नेतृत्व में कई छात्र इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे से मिलने पहुंचे।

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