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टीडीपी को लगा एक और झटका, बीजेपी में शामिल हुए अंबिका कृष्णा

चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) को एक और झटका लगा है. टीडीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक अंबिका कृष्णा आज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए है. अंबिका कृष्णा एलुरु से विधायक रहे हैं और फिल्म प्रोड्यूसर भी हैं.

अंबिका कृष्णा अभी एपी फिल्म, थिएटर, टेलीविजन कार्पोरेशन के चेयरमैन पद पर कार्यरत हैं. वैसे कुछ समय से वे पार्टी से दूरी बनाए हुए ही थे. उनके पार्टी छोड़ने की बात से टीडीपी में अफरातफरी मची हुई है. कुछ ही दिन पहले टीडीपी के जीतने वाले सात विधायकों के भी बीजेपी के संपर्क में होने की बात पता चली है.

बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. पहले ही टीडीपी के चार राज्यसभा सांसदों ने पार्टी से बगावत कर बीजेपी का दामन थाम लिया है तो पार्टी के विधायक भी बगावत कर बीजेपी के साथ जाने की कोशिश में हैं.

लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश की 25 में 22 सीटें जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस और तीन सीटें टीडीपी जीतने में कामयाब रही है. इसी तरह विधानसभा चुनाव में कुल 175 सीटों में से 151 वाईएसआर कांग्रेस, 23 टीडीपी और एक सीट अन्य को मिली है. कांग्रेस और बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली. इसके बावजूद बीजेपी आंध्र प्रदेश में टीडीपी की जगह लेने की जुगत में है.

सूत्रों की मानें तो बीजेपी की नजरें टीडीपी विधायकों पर है. विशाखापट्नम से विधायक घंटा श्रीनिवास के नेतृत्व में करीब 14 विधायक बीजेपी में शामिल होने की चर्चा में है. गंटा श्रीनिवास टीडीपी के इन विधायकों को लेकर कोलंबो में हैं. हालांकि, गंटा श्रीनिवास से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा कि वो कारोबार के सिलसिले से कोलंबो आए हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं टीडीपी का विधायक हूं और टीडीपी में ही रहूंगा’.

बता दें कि जगन रेड्डी की सरकार बनने के बाद आंध्र प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि कोई विधायक पार्टी छोड़कर आता है तो उसकी सदस्यता रद्द कर दी जाए. यही वजह है कि बीजेपी सूबे में राज्यसभा की तरह ही टीडीपी के दो तिहाई विधायकों को अपने साथ मिलाना चाहती है ताकि दलबदल कानून की अड़चने उनकी राह में न आए. इसीलिए बीजेपी कम से कम टीडीपी के 14 विधायकों को मिलाना चाहती है. बीजेपी इसमें कामयाब रहती है तो चंद्रबाबू नायडू से विपक्ष के नेता का पद भी छिन सकता है.

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