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दिल्ली में महिला ने पति को मार डाला, शव के टुकड़े मिलने पर हुआ खुलासा

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में एक मकान में मिट्टी में टुकड़ों में दबाया गया शव किसका था, यह खुलासा हो गया है। शव का सिर गायब था, इसलिए शिनाख्त कर पाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन आखिरकार आरोपी मृतक की 38 साल की पत्नी सुनीता निकली। सुनीता अपनी शादीशुदा जिंदगी से तंग आ गई थी और रिश्ता खत्म करना चाहती थी, इसलिए उसने पत्नी की हत्या कर शव के टुकड़े किए और दफन कर दिया।
पति की हत्या की इस वारदात को वैलंटाइन्स डे के दिन अंजाम दिया गया था, जिसके बारे में पिछले सप्ताह पता चला। सुनीता जिस मकान में अपने पति राजेश के साथ बतौर किराएदार रहती थी, उसके मालिक ने मिट्टी खुदी देखी। सवाल पूछे जाने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इसके बाद मकान मालिक ने मिट्टी को और खोदवाया तो अंदर से इंसान की उंगली मिली। उसके होश फाख्ता हो गए। पुलिस को खबर की गई। खोदाई में शरीर के टुकड़े मिले लेकिन सिर गायब मिला। आरोपी महिला सुनीता और राजेश की शादी साल 2006 में हुी थी। उस वक्त राजेश 50 साल के थे और सुनीता 25 साल की। शादी के अगले साल कपल का एक बेटा हुआ। दोनों के रिश्तों में तब खटास आना शुरू हो गई जब वे करीब एक साल पहले नए घर में शिफ्ट हुए। पति को सुनीता पर शक होने लगा। राजेश को शक था कि पड़ोस में रहने वाले युवक के साथ सुनीता के अवैध संबंध हैं। कथित तौर पर राजेश ने सुनीता को पड़ोसी के साथ रंगेहाथ पकड़ा था, जबकि सुनीता को शक था कि उसकी मां के गायब होने में राजेश का हाथ है। जनवरी 2019 से दोनों के रिश्ते इतने खराब हो चुके थे कि उसमें सुधार की गुंजाइश नहीं थी। पुलिस ने बताया कि सुनीता को शादी का रिश्ता खत्म करने का कोई तरीका नजर नहीं आ रहा था, इसलिए उसने हत्या का प्लान बनाया। सुनीता टीवी क्राइम शोज देखती थी और हत्या के लिए घर में छुरा भी ले आई थी। वारदात के दिन सुनीता ने अपने बेटे को उसके दोस्त के घर भेज दिया था और लेट लौटने को कहा था। इसके बाद उसने अपने पति राजेश को नशीला ड्रिंक दिया और जैसे ही उसने होश खोए, उसका गला दबा दिया। इसके बाद उसने तब तक चाकू घोंपे जब तक उसकी मौत नहीं हो गई और फिर सुनीता ने राजेश के शव के टुकड़े किए। इसके बाद अपने कमरे के बाहर खाली जगह को खोदा और टुकड़ों को उसमें गाड़ दिया। राजेश के सिर को एक प्लास्टिक बैग में पैक कर वह घर से एक किलोमीटर दूर भलस्वा डेरी के नाले में फेंक आई।

राजेश के पैरों को उसने दूसरे बैग में पैक किया और कहीं और फेंका। घर लौटकर उसने घर की सफाई की और खुदे फ्लोर पर बजड़ी और मिट्टी डालकर उसे ढक दिया। पति की इस नृशंस हत्या की वारदात को अंजाम देने के दो दिन बाद सुनीता ने राजेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। कुछ दिनों तक पड़ोस में राजेश के अचानक गायब हो जाने की चर्चा रही लेकिन थोड़ा समय गुजरने के बाद सब शांत हो गया। इसी दौरान पुलिस को नाले में एक कटा हुआ सिर मिला था, जो ऐसी हालत में था कि उसकी शिनाख्त मुश्किल थी। एक राहगीर ने पुलिस को सिर की जानकारी दी थी।  कहानी में ट्विस्ट तब आया जब मकान मालिक की नजर फ्लोर-पैच पर पड़ी। सुनीता से सवाल किए गए लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उसे खोदवाया गया। थोड़ी-सी मिट्टी हटाने के बाद उसे उंगली मिली और जल्द ही शव के बहुत-से टुकड़े मिले। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव के टुकड़ों को अपने कब्जे में ले लिया। मकान में अपने बेटे के साथ अकेली सुनीता ही रह रही थी, इसलिए उससे कड़ी पूछताछ की गई। सख्त पूछताछ के बाद उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और सिलसिलेवार ढंग से सारी जानकारी दी। पुलिस ने हत्या, सबूत नष्ट करने और आपराधिक षड़यंत्र की धाराओं के तहत सुनीता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सुनीता ने पुलिस को बताया कि बीते एक साल से पति राजेश के साथ कोई संबंध नहीं बने थे। उसने राजेश से बात तक करना बंद कर दिया था क्योंकि रोजाना झगड़े होते थे। वह तलाक चाहती थी, जिसके लिए उसने अपने एक दोस्त से मदद मांगी थी। इसी वजह से राजेश को गुस्सा आ गया था, जिसकी वजह से उसने वारदात से एक हफ्ते पहले उसके साथ मारपीट की थी। सुनीता ने पुलिस को बताया कि कुछ महीने पहले उसकी मां उसके घर आई थीं और यह बात राजेश को पसंद नहीं आई थी। राजेश ने मां को चले जाने को कहा, यहां तक कि स्टेशन ड्रॉप करने का ऑफर भी किया। ऑफर स्वीकार करते हुए सुनीता की मां राजेश के साथ चली गईं लेकिन कभी गांव नहीं पहुंचीं। मां के लापता होने पर सुनीता को शक होने लगा कि उसने मां की हत्या कर दी। डीसीपी गौरव शर्मा ने बताया कि कोर्ट में पेशी के बाद सुनीता को जूडिशल कस्टडी में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है।

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