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बाबा गोरखनाथ मंदिर के महंत की हत्या, कातिलों का नहीं लगा सुराग

महंत विजय मंदिर में अकेले रहते थे। वह मूल रूप से जिले के ही भदानी गांव के रहने वाले थे। लेकिन पिछले करीब एक साल से वह इस मंदिर के महंत थे।

रोहतक: हरियाणा के रोहतक जिले में बाबा गोरखनाथ मंदिर के महंत की बेरहमी के साथ अज्ञात हत्यारों ने हत्या कर दी उनका लहूलुहान शव एक गांव के सुनसान इलाके से बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। लेकिन अभी तक कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है। कत्ल की यह सनसनीखेज वारदात रोहतक के एमपी माजरा गांव के करीब हुई। सोमवार की दोपहर एक शख्स झज्जर-बादली रोड पर मौजूद गांव एमपी माजरा के पास से गुजर रहा था। तभी उसने देखा कि सड़क से कुछ दूर सुनसान जगह पर एक लहूलुहान लाश पड़ी है। उस शख्स ने फौरन इस बात की सूचना पुलिस को दी।

 

सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर जा पहुंची। शव की शिनाख्त करने पर पता चला कि मृतक बाबा गोरखनाथ मंदिर के महंत विजय थे। जिन्हें तेजधार हथियार से हमलाकर कत्ल किया गया था। पुलिस ने फौरन मौका-ए-वारदात पर एफएसएल टीम को भी बुला लिया। दैनिक भास्कर के मुताबिक पुलिस को वहां से एक तेजधार हथियार भी बरामद हुआ, जिस पर खून लगा हुआ था। पुलिस के मुताबिक 50 वर्षीय महंत विजय मंदिर में अकेले रहते थे। वह मूल रूप से जिले के ही भदानी गांव के रहने वाले थे। लेकिन पिछले करीब एक साल से वह इस मंदिर के महंत थे। मंदिर संस्थापक महंत पंचल नाथ ने समाधि लेने से पहले ही मंदिर की देखरेख का जिम्मा महंत विजय को सौंप दिया था।

पुलिस को प्रारंभिक जांच से लग रहा है कि बदमाश चोरी या लूट के इरादे से मंदिर में आए हों और उन्होंने विरोध करने पर महंत की हत्या कर दी हो। वारदात के बाद उनके शव को मंदिर के बाहर फेंक दिया गया हो। पुलिस को ऐसा इसलिए लग रहा है कि क्योंकि इससे पहले भी इलाके के मंदिरों में चोरी और लूटपाट की घटनाएं हो चुकी हैं। फिलहाल, पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है। महंत के शव को पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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