उत्तर प्रदेशलखनऊ

संगीत व नृत्य विश्व एकता का सशक्त माध्यम -केशव मौर्य

13 देशों से पधारे छात्रों द्वारा प्रस्तुत नृत्य एवं संगीत पर झूमे दर्शक

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की मेजबानी में लखनऊ पधारे 13 देशों के छात्रों द्वारा आयोजित नृत्य एवं संगीत के ‘सांस्कृतिक महोत्सव’ में बतौर मुख्य अतिथि पधारे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सांस्कृतिक महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि संगीत व नृत्य विश्व एकता का सशक्त माध्यम है। संगीत व नृत्य की ऐसी भाषा है जिसे पूरा विश्व समझता है। सी.एम.एस. की मेजबानी में चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की प्रशंसा करते हुए श्री मौर्य ने कहा कि भारत ने सारे विश्व को प्रेम, शान्ति एवं अहिंसा का संदेश दिया है और इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के माध्यम से यही संदेश प्रसारित हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार के बाल शिविर बच्चों में एकता, सहिष्णुता, प्रेम, शान्ति व सौहार्द की भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे पहले, मुख्य अतिथि केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ने सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी के साथ दीप प्रज्वलित कर ‘साँस्कृतिक महोत्सव’ का विधिवत् शुभारम्भ किया तथापि शविर की निदेशिका एवं सी.एम.एस. महानगर कैम्पस की शिक्षिका मोनिका ऐरोन ने देश-विदेश से पधारे बच्चों व अन्य गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया।

इस सांस्कृृतिक महोत्सव में अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के प्रतिभागी इटली, मैक्सिको, जापान, स्वीडन, फिनलैण्ड, नार्वे, जर्मनी, अमेरिका, ब्राजील, कनाडा, कोस्टारिका, थाईलैण्ड एवं भारत के बाल प्रतिनिधियों ने अपने-अपने देशों के लोकनृत्यों व लोकगीतों का ऐसा सुन्दर समाँ बाँधा कि दर्शक झूम उठे और तालियों की गड़गड़ाहट से सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम गूंज उठा। ‘सांस्कृृतिक महोत्सव’ का शुभारम्भ सर्व-धर्म व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुआ तथापि विभिन्न देशों के बाल प्रतिनिधियों ने स्वागत गान ‘वी वेलकम यू’ की शानदार प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। जहाँ एक ओर बाल शिविर के 15 से 17 साल उम्र के जूनियर काउन्सलरों ने अपने सरप्राइज प्रजेन्टेशन से सभी को लुभाया तो वहीं दूसरी ओर विभिन्न देशों के बाल प्रतिभागियों की ‘जुम्बा एक्टिविटी’ ने भी खूब तालियाँ बटोरी। कैम्प गीत ‘वी आर द वर्ल्ड’ की प्रस्तुति भी शानदार रही। इस अवसर पर लखनऊ के उन मेजबान परिवारों को भी सम्मानित किया गया, जिनके घरों में विभिन्न देशों से पधारे बाल प्रतिनिधियों ने दो दिन बिताए और भारत की सुसंगठित व संयुक्त पारिवारिक प्रथा से अवगत हुए।

अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर (सी.आई.एस.वी.) के इण्डिया चैप्टर के प्रेसीडेन्ट डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस. ने इस अवसर पर कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय शिविर वास्तव में सारी दुनिया के लिए एक उदाहरण है जो भावी पीढ़ी को मानव मात्र से प्रेम करने की प्रेरणा देता है। प्रो. गीता गाँधी किंगडन, प्रेसीडेन्ट, सी.एम.एस., ने बाल शिविर के नन्हें प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस शिविर में विभिन्न देशों के बच्चों के बीच गहरा आत्मीय रिश्ता कायम होगा और ये नन्हें मेहमान पूरे विश्व को अपनी विश्वव्यापी सोच से आलोकित करेंगे। इस अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की सचिव सुस्मिता बासु, हेड, सी.एम.एस. क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट, अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की ज्वाइंट सेक्रेटरी एवं सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या निशा पाण्डेय एवं सी.आई.एस.वी. के नेशनल विलेज कोआर्डिनेटर एवं सी.एम.एस. के वर्ल्ड यूनिटी एजूकेशन डिपार्टमेन्ट के हेड अनिरुद्ध सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

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