फीचर्डब्रेकिंगलखनऊ

सपाइयों ने मचाया उत्पात, पुलिस ने की लाठीचार्ज, सपा सांसद धर्मेंद्र यादव का फूटा सिर

लखनऊ : अखिलेश यादव को मंगलवार को अमौसी हवाई अड्डे पर उस समय रोक दिया गया जब वह अपने निजी जहाज से प्रयागराज जाने वाले थे। इस दौरान सपा समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों के बीच नोकझोंक और धक्का मुक्की हुयी। वहीं सांसद धर्मेंद्र यादव प्रयागराज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की छात्र नेता रिचा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता बालसन की ओर जा रहे थे। बालसन चौराहे पर महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद कुछ लोग यही धरने पर बैठ गए। पुलिस ने विरोध किया तो बखेड़ा शुरू हो गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के की कोशिश की तो उग्र लोगों ने पथराव कर दिया, जमकर तोड़फोड़ करने लगे जिसके बाद पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर दिया। इस हमले में सांसद धर्मेंद्र का सिर फुट गया। रिचा समेत कई लोग जख्मी हो गए। घटना के विरोध में सपा सदस्यों ने विधानसभा और विधान परिषद में जबरदस्त हंगामा किया जिससे दोनो सदनों की कार्यवाही बाधित हुई। सपा अध्यक्ष ने घटना के बाद ट्वीट कर कहा ‘बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है। एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है।’ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रयागराज आगमन से पूर्व लखनऊ में रोके जाने के बाद सपाइयों ने मंगलवार को बवाल कर दिया। सांसद धर्मेंद्र यादव इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की छात्र नेता रिचा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता बालसन की ओर जा रहे थे। बालसन चौराहे पर महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद कुछ लोग यही धरने पर बैठ गए। पुलिस ने विरोध किया तो बखेड़ा शुरू हो गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के की कोशिश की तो उग्र लोगों ने पथराव कर दिया। जमकर तोड़फोड़ करने लगे जिसके बाद पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर दिया। इस हमले में सांसद धर्मेंद्र का सिर फुट गया। रिचा समेत कई लोग जख्मी हो गए। डीएम एसएसपी मौके पर हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का कार्यक्रम मैंने बहुत महीनों पहले भेज दिया था। 27 दिसंबर को पहला कार्यक्रम भेजा गया था जिससे कि अगर कोई शिकायत होगी तो उसकी जानकारी मिल जाएगी।
मायावती ने की निंदा : बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने अपने गठबंधन सहयोगी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को इलाहाबाद जाते समय लखनऊ हवाई अड्डे पर मंगलवार को रोके जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। मायावती ने ट्वीट किया है, ‘समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।’ प्रशासन ने दलील दी है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम कुलपति की अनुमति के बिना हो रहा था। उन्होने कहा कि इस संबंध में विवि प्रशासन ने यादव के निजी सचिव को पत्र लिखकर कहा था कि बगैर अनुमति के आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री का आगमन तर्कसंगत नहीं होगा। सपा अध्यक्ष को एयरपोर्ट पर रोके जाने की सूचना मिलते ही विधानसभा और विधानपरिषद में सपा सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वहीं हवाई अड्डे के बाहर और सपा मुख्यालय पर पाटीर् समर्थकों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की और इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। सपा महासचिव रामगोपाल वर्मा ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या बताया है वहीं सपा के वरिष्ठ नेता इंद्रजीत सरोज ने कहा कि भाजपा सरकार सपा नेता की बढती लोकप्रियता से बौखलायी हुयी है।

Related Articles

Back to top button