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किसानों को अफवाह से बचाना भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती पर मोदी ने भाजपाइयों को किया सम्बोधित

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती के मौके पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के नगला चंद्रभान ग्राम में 25 सितंबर 1916 को जन्मे उपाध्याय भाजपा की स्थापना के समय से ही उसके वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ की नींव रखी गई थी और इस पार्टी को बनाने का पूरा कार्य उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संकट काल में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लोगों की सेवा की, कुछ कोरोना से संक्रमित हुए और कुछ की जान भी चली गई। कृषि बिल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि बीते दिनों में हमारी सरकार ने युवा और किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। पीएम बोले कि लोगों के जीवन में सरकार जितना कम दखल देगी, उतना बेहतर होगा। आजादी के कई साल बाद तक किसानों के नाम पर कई नारे लगे, लेकिन उनके नारे खोखले थे। पीएम मोदी ने कहा कि कृषि बिल से छोटे किसानों को सबसे अधिक फायदा होगा। पीएम ने कहा कि अब किसान की मर्जी है कि वो कहीं पर भी फसल बेचे, जहां पर किसान को अधिक दाम मिलेगा वो वहां बेच सकेगा।

बीजेपी के कार्यकर्ताओं को आसान भाषा में किसानों को समझाना होगा। कुछ लोगों ने राष्ट्रहित के बजाय खुद के हित को सर्वोपरि रखा। किसानों को कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसकी वजह से वो अपनी फसल कहीं बेच नहीं पा रहा था। पीएम ने कहा कि हमने MSP में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की। अब तक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक किसानों को दिए जा चुके हैं। पीएम ने कहा कि यूपीए सरकार ने सिर्फ 20 लाख करोड़ का ऋण किसानों को दिया था, लेकिन हमारी सरकार ने 35 लाख करोड़ से अधिक का लोन दिया।

प्रधानमंत्री मोदी बोले कि देश के अलग-अलग हिस्से में पार्टी के कार्यकर्ता दिन-रात लोगों की सेवा में जुटे रहे। पीएम ने कहा कि दीनदयाल जी ने ही भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति पर मुखरता से अपनी बात कही थी। जब आजाद भारत निर्माण के लिए विदेशी मॉडल को अपनाने पर जोर था, उस वक्त दीनदयाल जी ने भारत के स्वयं के मॉडल की बात कही थी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों की तरह मजदूरों के साथ भी वर्षों तक धोखा किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले मजदूरों के स्वास्थ्य के लिए काम किया गया है, दिहाड़ी के समय को निर्धारित किया गया है, नए कानून में पेंशन की बात भी है।

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