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पढ़ाने के बजाय शिक्षक कर रहे है बारह घण्टों की हॉट स्पाट में ड्यूटी

पढ़ाने के बजाय शिक्षक कर रहे है बारह घण्टों की हॉट स्पाट में ड्यूटी
  • ऑनलाइन पढ़ाने के बजाय शिक्षक हॉट स्पाट में निभा रहे है सेक्टर प्रशासनिक अधिकारी की ड्यूटी
  • पढ़ाई के अलावा बाकी सारे काम शिक्षकों से करवा रहा है जिला प्रशासन
  • ऑनलाइन पढ़ाई चौपट, हॉट स्पाट क्षेत्र में 12 घंटे शिक्षक कर रहे हैं ड्यूटी,


लखनऊ : एक तरफ शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी ऑनलाइन पढ़ाई के बड़े-बड़े दावे कर रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ माध्यमिक के शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना हॉट स्पाट में लगाकर उनके वास्तिविक कार्य पठन-पाठन से वंचित कर रहा है। राजधानी के ऐसे सैकड़ों शिक्षकों को जो राजकीय जुबली, राजकीय हुसैनाबाद सहित अन्य विद्यालयों में तैनात है।

उनको सेक्टर प्रशासनिक अधिकारी बना कर शहर के हॉट स्पाटों में तैनात कर दिया है। जो एसीएम और एडीएम के अधीन अपनी अपनी ड्यूटी कर रहे है। इन अध्यापकों की ड्यूटी कोरोना संक्रमण के खतरे वाले हॉट स्पाट में कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुपालनार्थ लगायी गयी है। इनका मुख्य कार्य अपने इलाके में भ्रमणशील करना है।

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साथ ही तैनात नगर निगम कर्मियों और स्वास्थ्य विभाग से तालमेल कर सफाई, सैनिटाइजेशन और हॉट स्पाट में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करना है। साथ प्रतिदिन की रिपोर्ट को जिलाधिकारी कार्यालय भेजना है। शिक्षक सुबह सात से शाम सात बजे या आठ बजे से आठ बजे तक कोरोना ड्यूटी करने पर मजबूर है। यह सिलसिला जुलाई से चल रहा है। जुलाई से आरम्भ हुआ यह कोरोना ड्यूटी का सिलसिला अभी भी अगले आदेशों तक चल रहा है। इस बीच शिक्षक पढ़ाई से विरत् है।

जबकि हकीकत में जिलाधिकारी कार्यालय में प्रतिदिन कोई रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही है। बस सरकार को दिखाने के लिये औपचारिकता ही की जा रही है।हॉट स्पाट में ड्यूटी पर कार्यरत शिक्षको ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच भी ड्यूटी करने में कोई आपत्ति नहीं है। परन्तु सरकार को हमें भी डाक्टर और पुलिस की तरह कोरोना योद्धा का सम्मान देना चाहिये।

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