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आज B’day: हाइवोल्टेज ड्रामे के बाद जीते कांग्रेस के चाणक्य
अहमदाबाद। राज्यसभा सांसद और कांग्रेसाध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल का आज जन्म दिन है। 21 अगस्त 1949 को भरुच जिले अंकलेश्वर तहसील के पिरामण गांव में जन्म लेने वाले अहमद पटेल को कांग्रेस का चाणक्य कहा जाता है। हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में हाइवोल्टेज ड्रामे के बाद अहमद पटेल ने अपनी जीत दर्ज कराई थी। किसी की भी तिकड़म काम नहीं आई…
राज्यसभा की इस सीट के लिए जहां एक तरफ भाजपा की पूरी फौज लगी थी, वहीं कांग्रेस ने भी अपनी पूरी टीम इसमें लगा दी थी। शंकर सिंह वाघेला ने अहमद पटेल को हराने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति खेली, तो कांग्रेस ने अपनी सूझ-बूझ का परिचय देते हुए मैदान मार लिया।
बनिए का दिमागV/S मियांभाई की डेरिंग
गुजरात में हुए राज्यसभा के चुनाव परिणाम किसी फिल्म को टक्कर देने जैसे साबित हुए। आखिर में अमित शाह, अहमद पटेल और स्मृति इरानी विजयी घोषित हुए। इस चुनाव में अमित शाह ने अहमद पटेल को हराने के लिए कोई कसर बाकी न रखी, कांग्रेस के विधायकों को तोड़ा, उन्हें कांग्रेस के खिलाफ कर दिया। दूसरी ओर कांग्रेस की लाज बचाने के लिए और राज्यसभा की सीट जीतने के लिए पटेल ने जिस तरह से डेरिंग बताई और कांग्रेस के विधायकों को एक सूत्र में बांधे रखा, उसी वजह से वे चुनाव जीत पाए।
आधी रात आया परिणाम
करीब साढ़े 6 घंटे के विलम्ब से रात पौने दो बजे शुरू हुई मतगणना में कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल की जीत हुई। जीतने के लिए उन्होंने 44 वोट मिले। दूसरी ओर अमित शाह और स्मृति इरानी को 46 वोट मिले। उधर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले बलवंत सिंह राजपूत को 38 वोट मिले।
दिल्ली में घमासान
राज्यसभा चुनाव के मतदान में कांग्रेस के ही विधायकों द्वारा अपने वोट दिखाकर दिए, इस मामले की दिल्ली में चुनाव आयोग से शिकायत की गई। भाजपा को वोट देने वाले कांग्रेस के यह विधायक राघवजी पटेल और भोलाभाई गोहिल ने अपना वोट अमित शाह को दिखाया था, जिसे नियम विरुद्ध माना गया। इससे उनका वोट रद्द माना गया।
अमित शाह और अहमद पटेल के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई
ऐसे हालात गुजरात और देश की राजनीति में कई दशक बाद देखने को मिले। इसमें राज्यसभा की एक सीट के लिए कांग्रेस के अहमद पटेल मैदान में थे। दूसरी ओर भाजपाध्यक्ष अमित पटेल थे। राज्यसभा का यह चुनाव लोकसभा चुनाव से भी अधिक महत्वपूर्ण बन गया था। भाजपा द्वारा इस चुनाव के पहले राष्ट्रपति चुनाव में 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कराई गई थी। इसके बाद राज्यसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के 6 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था।
जीवन परिचय
अहमद पटेल ने प्राथमिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। उसके बाद माध्यमिक शिक्षा अंकलेश्वर में ई.ए.जीनवाला हाईस्कूल में प्राप्त की। उच्च शिक्षा के लिए वे भरुच पहुंचे। तीन बार भरुच से लोकसभा चुनाव जीता। राज्यसभा के लिए वे चार बार निर्वाचित हुए। प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष के रूप में उत्कृष्ट कार्य किए। एक सांसद के रूप में उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किए।