कश्मीर में हिमस्खलन के दौरान चार जवानों सहित 9 की मौत
श्रीनगर : जम्मू—कश्मीर के विभिन्न इलाकों में पिछले 24 घंटों के दौरान हुए हिमस्खलन में चार जवान शहीद जबकि पांच लोगों की मौत हो गई है। इस भीषण परिस्थिति में लोगों की सेवा में तत्पर सेना के जवानों ने बचाव अभियान चलाकर बर्फ में दबे चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है जबकि एक जवान अभी भी लापता है। बचाव कार्य अभी भी जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत सोमवार देर शाम जिला कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा से सटे मच्छल सेक्टर में सीमा की सुरक्षा में तैनात कई जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए। जब तक बचाव दल वहां पहुंचा तीन जवान शहीद हो चुके थे। हालांकि उनके पार्थिव शरीर को कुपवाड़ा सैन्य शिविर पहुंचा दिया गया है। अभी भी सेना के पांच जवान यहां फंसे हुए हैं जबकि दो जवान लापता है। बचाव दल उसकी तलाश में जुटा हुआ है। इसके अलावा गांदरबल में भी दो अलग-अलग जगह हुए हिमस्खलन में 16 लोगों को बचा लिया गया है जबकि यहां पांच लोगों की मौत हो गइ है। एसएसपी गांदरबल केएम पोसवाल ने बताया कि पहला हिमस्खलन कुल्लर से नजदीक राइसन इलाके में हुआ। समय रहते बचाव दल के यहां पहुंचने से 12 लोगों की जाने बचा ली गइ। दूसरा हिमस्खलन कुल्लन के ही खास इलाके में हुआ। यहां सोमवार रात को बर्फ का पहाड़ खिसक जाने से नौ लोग उसकी चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे सेना के जवानों ने बर्फ में दबे लोगों को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया। चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया परंतु पांच लोगों की बर्फ में दबने से मौत हो गई। सभी शवों को बरामद कर लिया गया है।
इसके अलावा कश्मीर के रामपुर और गुरैज सेक्टर में भी हिमस्खलन के कारण सेना की पोस्टों को नुकसान पहुंचा है। यहां भी एक जवान के शहीद होने की सूचना मिली है। हालांकि इसकी अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। यही नहीं इन हिमस्खलन में करीब तीन जवान लापता भी हो गए है। सेना ने वायु सेना की मदद से हिमस्खलन प्रभावित इलाकों में अपनी टीमें भेज रखी हैं। लापता जवानों व लोगों की तलाश की जा रही है। इससे पहले सोमवार सुबह उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में हिमस्खलन की चपेट में आने से सेना का एक जवान लापता हो गया। लापता जवान की पहचान हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी के तौर पर हुई।