कोहली ने हासिल की नई कामयाबी, ‘क्रिकेट की बाइबिल’ के कवर पर मिली जगह
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोज नई ऊंचाइयां छूते जा रहे हैं। अब उन्हें विजडन ने सम्मानित किया है।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली क्रिकेट की दुनिया में नित नए मुकाम छूते जा रहे हैं। काफी तेजी से रन बनाने की शैली वाले विराट कोहली इसी अंदाज में रिकॉर्ड बनाकर प्रसिद्धि हासिल कर रहे हैं। अब उन्हें क्रिकेट की बाइबिल कही जाने वाली ‘विजडन’ पत्रिका ने अपने नए साल के अंक में कवर पेज पर जगह दी है।
विजडन के कवर पेज पर आना दुनिया के किसी भी क्रिकेटर के लिए महान उपलब्धि मानी जाती है। पिछले चार सालों में यह दूसरा मौका है जब किसी भारतीय को विजडन के कवर पेज पर जगह मिली है। इससे पहले 2014 में संन्यास के बाद सचिन तेंडुलकर की तस्वीर विजडन के कवर पेज पर छापी गई थी।
विजडन क्रिकेटर्स ऑल्मनैक 2017 के कवर पेज पर विराट कोहली की रिवर्स-स्वीप शॉट मारते हुए तस्वीर ली गई है। वैसे तो कोहली ज्यादातर क्रिकेट बुक के शॉट खेलते हुए देखे जाते हैं। वह कभी-कभार ही रिवर्स स्वीप जैसे गैरपरंपरागत शॉट खेलते हैं। कोहली के कवर ड्राइव के बजाए इस तस्वीर को प्रकाशित करने एक आशय यह भी निकाला जा रहा है कि उन्होंने जिस कम समय में ही टीम में अपनी जगह स्थापित करने के अलावा जिस तरह से नेतृत्व भी संभाला है, उसकी झलक इस तस्वीर में देखी जा सकती है। भारतीय क्रिकेट के आधार स्तंभों सचिन, द्रविड़, गांगुली, लक्ष्मण, सहवाग और धौनी जैसे सितारों के कमोबेश एकसाथ क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद कोहली ने टीम कमजोर नहीं होने दी। उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व किया और जीत की राह दिखाई। यह तस्वीर कोहली के इस सफर को भी बयां करती है।
विजडन का 2017 संस्करण 6 अप्रैल को प्रकाशित होगा। कवर पेज पर विराट की तस्वीर के बारे में विजडन इंडिया ने खुद ट्वीट करके जानकारी दी। विराट कोहली को यह सम्मान पिछले साल क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मिला है। पिछले साल उन्होंने तीनों प्रारूपों में 2,595 रन बनाए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने एक कैलेंडर ईयर में 3 दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड भी बनाया। डॉन ब्रेडमैन और रिकी पोंटिंग के बाद ऐसा करने वाले वह दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं।
सबसे मजे की बात यह है कि कोहली को अभी तक विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार भी नहीं मिला है। आखिरी बार किसी भारतीय को यह पुरस्कार 2014 में मिला था। कोहली के टीम इंडिया में खेलने के बाद से यह पुरस्कार 2008 में जहीर खान को और 2014 में शिखर धवन को मिल चुका है।