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छलका युवराज का दर्द, कहा- हमें और बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत

मुंबई: बिना विदाई मैच खेले संन्यास लेने वाले युवराज सिंह ने एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली राष्ट्रीय चयन समिति  पर निशाना साधा. युवराज सिंह ने कहा, ‘निश्चित तौर पर हमें बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत है. चयनकर्ताओं का काम आसान नहीं होता है. जब भी वे 15 खिलाड़ियों का चयन करेंगे तब ऐसी बातें होंगी कि उन 15 खिलाड़ियों का क्या होगा जिन्हें टीम में मौका नहीं मिला. यह मुश्किल काम है लेकिन मुझे लगता है कि आधुनिक क्रिकेट को लेकर उनकी सोच उस स्तर तक नहीं है जैसी कि होनी चाहिए थी.’

पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने सोमवार को कहा, ‘मैं हमेशा से खिलाड़ियों के हितों की रक्षा का समर्थन करता हूं और उनके बारे में सकारात्मक सोच रखता हूं. आप किसी खिलाड़ी या टीम के बारे में नकारात्मक सोच कर सही नहीं करेंगे.’ इस पूर्व खिलाड़ी ने साथ ही कहा, ‘आपके असली चरित्र का तभी पता चलता है जब खिलाड़ी का समय साथ नहीं देता है और आप खिलाड़ियों को प्रेरित करते हैं. बुरे समय में, हर कोई बुरी बात करता है. निश्चित रूप से हमें बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत है.’

2011 विश्व कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे युवराज ने साथ ही विश्व कप के बाद विजय शंकर (Vijay Shankar) को दोबारा नहीं चुने जाने को लेकर भी पांच सदस्यीय चयन समिति की भी आलोचना की. युवराज ने कहा, ‘बीच में आपका विजय शंकर भी था और अब वो गायब है. आप उसे खिलाते हैं और फिर हटा देते हैं. आप ऐसे कैसे खिलाड़ी बनाएंगे? आप खिलाड़ी को 3-4 पारियां देकर नहीं बना सकते. आपको किसी को लंबे समय तक मौका देना होता है.’

37 वर्षीय युवराज ने इस साल 10 जून को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. युवराज ने आखिरी वनडे मैच जून 2017 में खेला था. इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. वे लगातार कहते रहे कि टीम में वापसी करेंगे. क्रिकेट प्रशंसकों का एक बड़ा वर्ग मान रहा था कि बीसीसीआई को दिग्गज खिलाड़ी होने के नाते युवराज को विदाई मैच खेलने का मौका देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

युवराज सिंह ने अपने करियर में 304 वनडे मैच खेले. इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट और 58 टी20 मैच भी खेले हैं. उनके नाम टी20 क्रिकेट में एक ओवर में लगातार छह छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड है. अब वे अबू धाबी टी10 लीग में खेलते नजर आएंगे.

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