डे-नाइट टेस्ट क्रिकेट में पहली बार गुलाबी रंग की गेंद से होगा मैच
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- दुबई, 19 अक्टूबर| अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट में भिन्न-भिन्न रंगों की गेंद आजमाने पर विचार कर रही है. आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच पहली बार होने जा रहे दिन-रात के टेस्ट मैच में गुलाबी रंग की गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा. लेकिन दोनों देशों के बीच दिन में होने वाले टेस्ट मैचों में लाल रंग की ही गेंद से खेल होगा. दिन-रात के मैच में कृत्रिम रोशनी में खेलते हुए लाल रंग की गेंद दिखने में परेशानी हो सकती है, जैसा कि इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच अबु धाबी में ड्रॉ रहे पहले टेस्ट के दौरान हुआ.
इसीलिए आईसीसी अन्य रंगों की गेंद आजमाने पर विचार कर रही है. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन ने समाचार चैनल बीबीसी से कहा, “ऐसा हो सकता है कि हम टेस्ट प्रारूप में किसी दूसरे रंग की ही गेंद का इस्तेमाल करें.” अभी दिन-रात के मैच में लाल रंग की गेंद से कैसे खेला जाए, इस संबंध में कोई नियम नहीं है. अंपायर खिलाड़ियों से मशविरा किए बगैर ही इसका फैसला लेते हैं, जैसा कि शनिवार को ड्रॉ पर समाप्त हुए अबु धाबी टेस्ट में इंग्लैंड ने कम रोशनी में लाल गेंद पर लक्ष्य के लिए 25 और रनों का पीछा करने से इनकार कर दिया.
रिचर्डसन ने कहा, “यह खेल के लिए आदर्श नहीं है. हम इसका हल कैसे निकालेंगे, मेरे पास अभी इसका उत्तर नहीं है. हम विभिन्न प्रणालियां अपना रहे हैं. हम एक नई गेंद, बिल्कुल नए रंग की गेंद विकसित करने को लेकर उम्मीदवान हैं. अभी हमने गुलाबी रंग की गेंद से खेलने का विकल्प रखा है.” रिचर्डसन ने कहा, “अगर हम दिन-रात के टेस्ट मैच में गुलाबी रंग की गेंद का इस्तेमाल कर सकते हैं, और खेल की गुणवत्ता अच्छी रहती है और यदि यह हर तरह की परिस्थिति में टीकी रहती है तो दीर्घकाल में हम किसी भिन्न रंग की गेंद को हमेशा के लिए टेस्ट क्रिकेट में अपना सकते हैं.”