पटना में नेशनल हेराल्ड की करोड़ों की जमीन पर चिकन और मटन काटने वालों का है कब्जा
पटना. बिहार देशभर के साथ नेशनल हेराल्ड की करोड़ों की जमीन पटना में भी है. पटना में भाजपा कार्यालय के पीछे 22 कट्ठे की इस इस जमीन पर फिलहाल लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है.
बिहार प्रदेश कांग्रेस के भूसंपदा विभाग के अध्यक्ष जग्रनाथ प्रसाद राय ने ईटीवी/न्यूज18 से बात करते कहा है कि यहां नेशनल हेराल्ड की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा जमा रखा है. हमलोग इस जमीन की बाउंड्री करा चुके हैं और अगले तीन महीने के भीतर खाली कराएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा पटना आए थे और इस संबंध में उनकी मुख्यमंत्री से बात भी हुई थी.
बिहार प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि 2103 में जमीन की बाउंड्री कराई गई थी और इसके लिए एआईसीसी द्वारा फंड उपलब्ध कराई थी. कोषाध्यक्ष मोती लाल वोरा ने निर्देश पर रामजी सिंह को यह जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने कहा कि फिलहाल नेशनल हेराल्ड की इस जमीन पर मटन और चिकन काटने वालों का कब्जा है.
नसीमा खातून का कहना है कि यहां हमलोग काफी सालों से रह रहे हैं और कोई दूसरा विकल्प मिलने पर ही हमलोग खाली करेंगे. विजय कुमार के अनुसार इस जमीन पर 150 झोपड़ियां है और हमलोगों को अभी तक किसी तरह की कोई नोटिस नहीं मिली है.
जानकारों के मतुाबिक पटना में जमीन की वर्तमान कीमत करीब 15 करोड़ रुपए होगी. जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए नेशनल हेराल्ड प्रबंधन की ओर से कई बार शिकायत की गई लेकिन जमीन मुक्त नहीं हो पाया.
पटना स्थित नेशनल हेराल्ड के उक्त भूखंड को 2018 तक के लिए लीज पर दिया गया था. नेशनल हेराल्ड के इस जमीन को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने वर्ष 1987 में इसका शिलान्यास किया था.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हाल में हुई मुलाकात में मोतीलाल वोरा ने इस मामले को उठाया था. कांग्रेस प्रशासन से उक्त भूखंड को अतिक्रमण मुक्त कराने की कई बार गुहार लगा चुकी है.