नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बलूचिस्तान पर दिए बयान से पाकिस्तानी सेना तिलमिलाई हुई है। दरअसल 15 अगस्त के दिन पीएम मोदी ने लालकिले की प्राचीर से गिलगित-बालटिस्तान और बलूचिस्तान में होने वाले नरसंहार का मुद्दा उठाया था।
पीएम मोदी के बयान के बाद असर
इसके बाद केंद्र सरकार और पीएम मोदी ने पाक अधिकृत कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया। जिसके बाद पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ गई और यही कारण है कि पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान में अत्याचारों का ऑपरेशन तेज कर दिया है।
बलूचिस्तान के लगभग सभी इलाकों- कच्ची बोलान, क्वेटा, डेरा बुगती, मस्तंग, अवारान समेत लगभग सभी बलूचिस्तानी जिलों के घरो से पाकिस्तानी फौज बड़े पैमाने पर पुरुष सदस्यों को उठा रही है। यही नहीं, इसके बाद हर दिन 4-5 शव बरामद हो रहे हैं।
बलूच कार्यकर्ता और दोमकी ट्राइब के मुखिया सरदार मीर बखित्यार खान दोमकी कहते हैं कि पीएम मोदी के बलूचिस्तान की आवाम के हक में दिए बयान के बाद में अब तक बलूचिस्तान के सिर्फ एक जिले डेरा बुगती में 50 सिविलयन बलूचों को मार दिया गया है। 150 बलूचों को किडनैप कर लिया गया है, जिनकी सलामती को लेकर कोई खबर नहीं है।